युवा अपनी शख्सियत को काबिल बनाएं
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जीवाजी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो अविनाश तिवारी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि हैसियत पैसे से नहीं शख्सियत से देखी जाती है। इसलिए युवा अपनी शख्सियत को काबिल बनाएं। विशिष्ट अतिथि मध्य भारत शिक्षा समिति के सचिव आनंद करारा उपस्थित रहे। अध्यक्षता जीवाजी विवि के प्रो उमेश होलानी ने की। यह आयोजन माधव शंकर इंदापुरकर की स्मृति में हुआ। प्रतियोगिता में 20 से अधिक टीमों के 40 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जीवाजी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो अविनाश तिवारी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि हैसियत पैसे से नहीं शख्सियत से देखी जाती है। इसलिए युवा अपनी शख्सियत को काबिल बनाएं। विशिष्ट अतिथि मध्य भारत शिक्षा समिति के सचिव आनंद करारा उपस्थित रहे। अध्यक्षता जीवाजी विवि के प्रो उमेश होलानी ने की। यह आयोजन माधव शंकर इंदापुरकर की स्मृति में हुआ। प्रतियोगिता में 20 से अधिक टीमों के 40 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
ये रहे विनर
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान आस्था तोमर, द्वितीय सृष्टि दुबे, तृतीय ज्योति भदौरिया, सांत्वना पुरस्कार शिखा सिकरवार ने प्राप्त किया। प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में डॉ रविकांत अदालतवाले, सौरव पाराशर, डॉ राहुल शर्मा उपस्थित रहे।
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान आस्था तोमर, द्वितीय सृष्टि दुबे, तृतीय ज्योति भदौरिया, सांत्वना पुरस्कार शिखा सिकरवार ने प्राप्त किया। प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में डॉ रविकांत अदालतवाले, सौरव पाराशर, डॉ राहुल शर्मा उपस्थित रहे।