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ग्वालियर

विद्यार्थियों ने सीखी टेलिस्कोप की कार्यप्रणाली

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5 years ago
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ग्वालियर ध् बच्चों के बीच खगोल विज्ञान प्रचार.प्रसार को बढ़ावा देने हेतु सतत प्रयासरत शासकीय उत्कृष्ट उ मा वि मुरार की भूगोल विषय की शिक्षिका डॉण्दीप्ति गौड़ ने खुद के द्वारा बनाए हुए पीवीसी पाइप के गैलिलीयन टेलिस्कोप के माध्यम से शासकीय हाई स्कूल घास मंडी मुरार में नन्हे मुन्ने विद्यार्थियों को टेलीस्कोप की कार्यप्रणाली से अवगत कराया । बच्चे बहुत उत्साह में थे । डॉ दीप्ति विज्ञान प्रसार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली के आल इंडिया सिल्वर कैटेगरी रैंक प्राप्त विपनेट क्लब की कोऑर्डिनेटर है । डॉण्दीप्ति स्वनिर्मित खगोलीय दूरबीन एस्टॉनोमिकल टेलीस्कोप के माध्यम से जिस की फोकस दूरी 40 है के माध्यम से बच्चों को ऑब्जेक्ट फाइंडरए मैग्नीफाइंग ग्लासए टेलिस्कोप की कार्यप्रणालीए व दूर के ऑब्जेक्ट सेट कर टेलिस्कोप के माध्यम से उसकी स्पष्टता को दिखाया । डॉ दीप्ति सतत रूप से विज्ञान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर वैज्ञानिक चेतना समाज में जगा रही है । बच्चों का रुझान विज्ञान और खगोल विज्ञान के क्षेत्र में बढ़े तथा ग्रहों के विषय में जागरूकता आए तथा अधिक से अधिक विद्यार्थियों को इसका निरंतर लाभ मिले इसके लिए वे विभिन्न विद्यालयों में जाकर प्रेजेंटेशन देती हैं । ताकि विज्ञान के प्रति लोगों का रुझान बढे । विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली द्वारा निर्मित टेलीफिल्म श्साइंस कम्युनिकेशन इन मासेजश् में भी भूमिका अदा कर चुकी हैं । इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य श्री संजीव शर्मा सहित समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे ।

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ग्वालियर ध् बच्चों के बीच खगोल विज्ञान प्रचार.प्रसार को बढ़ावा देने हेतु सतत प्रयासरत शासकीय उत्कृष्ट उ मा वि मुरार की भूगोल विषय की शिक्षिका डॉण्दीप्ति गौड़ ने खुद के द्वारा बनाए हुए पीवीसी पाइप के गैलिलीयन टेलिस्कोप के माध्यम से शासकीय हाई स्कूल घास मंडी मुरार में नन्हे मुन्ने विद्यार्थियों को टेलीस्कोप की कार्यप्रणाली से अवगत कराया । बच्चे बहुत उत्साह में थे । डॉ दीप्ति विज्ञान प्रसार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली के आल इंडिया सिल्वर कैटेगरी रैंक प्राप्त विपनेट क्लब की कोऑर्डिनेटर है । डॉण्दीप्ति स्वनिर्मित खगोलीय दूरबीन एस्टॉनोमिकल टेलीस्कोप के माध्यम से जिस की फोकस दूरी 40 है के माध्यम से बच्चों को ऑब्जेक्ट फाइंडरए मैग्नीफाइंग ग्लासए टेलिस्कोप की कार्यप्रणालीए व दूर के ऑब्जेक्ट सेट कर टेलिस्कोप के माध्यम से उसकी स्पष्टता को दिखाया । डॉ दीप्ति सतत रूप से विज्ञान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर वैज्ञानिक चेतना समाज में जगा रही है । बच्चों का रुझान विज्ञान और खगोल विज्ञान के क्षेत्र में बढ़े तथा ग्रहों के विषय में जागरूकता आए तथा अधिक से अधिक विद्यार्थियों को इसका निरंतर लाभ मिले इसके लिए वे विभिन्न विद्यालयों में जाकर प्रेजेंटेशन देती हैं । ताकि विज्ञान के प्रति लोगों का रुझान बढे । विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली द्वारा निर्मित टेलीफिल्म श्साइंस कम्युनिकेशन इन मासेजश् में भी भूमिका अदा कर चुकी हैं । इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य श्री संजीव शर्मा सहित समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे ।

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ग्वालियर ध् बच्चों के बीच खगोल विज्ञान प्रचार.प्रसार को बढ़ावा देने हेतु सतत प्रयासरत शासकीय उत्कृष्ट उ मा वि मुरार की भूगोल विषय की शिक्षिका डॉण्दीप्ति गौड़ ने खुद के द्वारा बनाए हुए पीवीसी पाइप के गैलिलीयन टेलिस्कोप के माध्यम से शासकीय हाई स्कूल घास मंडी मुरार में नन्हे मुन्ने विद्यार्थियों को टेलीस्कोप की कार्यप्रणाली से अवगत कराया । बच्चे बहुत उत्साह में थे । डॉ दीप्ति विज्ञान प्रसार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली के आल इंडिया सिल्वर कैटेगरी रैंक प्राप्त विपनेट क्लब की कोऑर्डिनेटर है । डॉण्दीप्ति स्वनिर्मित खगोलीय दूरबीन एस्टॉनोमिकल टेलीस्कोप के माध्यम से जिस की फोकस दूरी 40 है के माध्यम से बच्चों को ऑब्जेक्ट फाइंडरए मैग्नीफाइंग ग्लासए टेलिस्कोप की कार्यप्रणालीए व दूर के ऑब्जेक्ट सेट कर टेलिस्कोप के माध्यम से उसकी स्पष्टता को दिखाया । डॉ दीप्ति सतत रूप से विज्ञान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर वैज्ञानिक चेतना समाज में जगा रही है । बच्चों का रुझान विज्ञान और खगोल विज्ञान के क्षेत्र में बढ़े तथा ग्रहों के विषय में जागरूकता आए तथा अधिक से अधिक विद्यार्थियों को इसका निरंतर लाभ मिले इसके लिए वे विभिन्न विद्यालयों में जाकर प्रेजेंटेशन देती हैं । ताकि विज्ञान के प्रति लोगों का रुझान बढे । विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली द्वारा निर्मित टेलीफिल्म श्साइंस कम्युनिकेशन इन मासेजश् में भी भूमिका अदा कर चुकी हैं । इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य श्री संजीव शर्मा सहित समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे ।

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ग्वालियर ध् बच्चों के बीच खगोल विज्ञान प्रचार.प्रसार को बढ़ावा देने हेतु सतत प्रयासरत शासकीय उत्कृष्ट उ मा वि मुरार की भूगोल विषय की शिक्षिका डॉण्दीप्ति गौड़ ने खुद के द्वारा बनाए हुए पीवीसी पाइप के गैलिलीयन टेलिस्कोप के माध्यम से शासकीय हाई स्कूल घास मंडी मुरार में नन्हे मुन्ने विद्यार्थियों को टेलीस्कोप की कार्यप्रणाली से अवगत कराया । बच्चे बहुत उत्साह में थे । डॉ दीप्ति विज्ञान प्रसार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली के आल इंडिया सिल्वर कैटेगरी रैंक प्राप्त विपनेट क्लब की कोऑर्डिनेटर है । डॉण्दीप्ति स्वनिर्मित खगोलीय दूरबीन एस्टॉनोमिकल टेलीस्कोप के माध्यम से जिस की फोकस दूरी 40 है के माध्यम से बच्चों को ऑब्जेक्ट फाइंडरए मैग्नीफाइंग ग्लासए टेलिस्कोप की कार्यप्रणालीए व दूर के ऑब्जेक्ट सेट कर टेलिस्कोप के माध्यम से उसकी स्पष्टता को दिखाया । डॉ दीप्ति सतत रूप से विज्ञान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर वैज्ञानिक चेतना समाज में जगा रही है । बच्चों का रुझान विज्ञान और खगोल विज्ञान के क्षेत्र में बढ़े तथा ग्रहों के विषय में जागरूकता आए तथा अधिक से अधिक विद्यार्थियों को इसका निरंतर लाभ मिले इसके लिए वे विभिन्न विद्यालयों में जाकर प्रेजेंटेशन देती हैं । ताकि विज्ञान के प्रति लोगों का रुझान बढे । विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली द्वारा निर्मित टेलीफिल्म श्साइंस कम्युनिकेशन इन मासेजश् में भी भूमिका अदा कर चुकी हैं । इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य श्री संजीव शर्मा सहित समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे ।

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ग्वालियर ध् बच्चों के बीच खगोल विज्ञान प्रचार.प्रसार को बढ़ावा देने हेतु सतत प्रयासरत शासकीय उत्कृष्ट उ मा वि मुरार की भूगोल विषय की शिक्षिका डॉण्दीप्ति गौड़ ने खुद के द्वारा बनाए हुए पीवीसी पाइप के गैलिलीयन टेलिस्कोप के माध्यम से शासकीय हाई स्कूल घास मंडी मुरार में नन्हे मुन्ने विद्यार्थियों को टेलीस्कोप की कार्यप्रणाली से अवगत कराया । बच्चे बहुत उत्साह में थे । डॉ दीप्ति विज्ञान प्रसार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली के आल इंडिया सिल्वर कैटेगरी रैंक प्राप्त विपनेट क्लब की कोऑर्डिनेटर है । डॉण्दीप्ति स्वनिर्मित खगोलीय दूरबीन एस्टॉनोमिकल टेलीस्कोप के माध्यम से जिस की फोकस दूरी 40 है के माध्यम से बच्चों को ऑब्जेक्ट फाइंडरए मैग्नीफाइंग ग्लासए टेलिस्कोप की कार्यप्रणालीए व दूर के ऑब्जेक्ट सेट कर टेलिस्कोप के माध्यम से उसकी स्पष्टता को दिखाया । डॉ दीप्ति सतत रूप से विज्ञान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर वैज्ञानिक चेतना समाज में जगा रही है । बच्चों का रुझान विज्ञान और खगोल विज्ञान के क्षेत्र में बढ़े तथा ग्रहों के विषय में जागरूकता आए तथा अधिक से अधिक विद्यार्थियों को इसका निरंतर लाभ मिले इसके लिए वे विभिन्न विद्यालयों में जाकर प्रेजेंटेशन देती हैं । ताकि विज्ञान के प्रति लोगों का रुझान बढे । विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली द्वारा निर्मित टेलीफिल्म श्साइंस कम्युनिकेशन इन मासेजश् में भी भूमिका अदा कर चुकी हैं । इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य श्री संजीव शर्मा सहित समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे ।

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