scriptबुजुर्ग पिता से कहा उन्हें अपना बेटा ही समझें, बहनों को दिया बचन, रक्षाबंधन पर भाई की कमी नहीं खलने देंगे | Tell the elderly father to understand them as their own son, give them | Patrika News
ग्वालियर

बुजुर्ग पिता से कहा उन्हें अपना बेटा ही समझें, बहनों को दिया बचन, रक्षाबंधन पर भाई की कमी नहीं खलने देंगे

बुजुर्ग पिता से कहा उन्हें अपना बेटा ही समझें, बहनों को दिया बचन, रक्षाबंधन पर भाई की कमी नहीं खलने देंगे

ग्वालियरJul 25, 2019 / 11:16 am

Parmanand Prajapati

बुजुर्ग पिता से कहा उन्हें अपना बेटा ही समझें, बहनों को दिया बचन, रक्षाबंधन पर भाई की कमी नहीं खलने देंगे

बुजुर्ग पिता से कहा उन्हें अपना बेटा ही समझें, बहनों को दिया बचन, रक्षाबंधन पर भाई की कमी नहीं खलने देंगे

ग्वालियर. दंगियापुरा (बेहट) में इकलौते भाई अनूप की झिलमिल नदी में डूबकर हुई मौत के बाद पांचों बहनों के आंसू थम नहीं रहे थे। जब भी उन्हें याद आती तो भाई का नाम लेकर रोने लगतीं। उन्हें दु:ख था कि अब कौन उनसे जिद करेगा, कौन उनका ख्याल रखेगा। जब इस बात का पता सरकारी सितारे गु्रप को लगा तो भाई का फर्ज निभाने के लिए उनकी टीम के कुछ सदस्य बहनों से मिलने पहुंच गए। पांचों बहनों को समझाया कि वह उनके साथ हैं। उनके भाई बनकर हमेशा मदद करने को तैयार हैं। जब भी जरूरत पड़े उन्हें मदद के लिए बुला सकती हैं। यही नहीं भाई के अलावा बेटे का फर्ज निभाते हुए अनूप के पिता अजब सिंह को भी सांत्वना दी। उनसे कहा कि उन्हें ही अपना बेटा समझें।

सरकारी सितारे ग्रुप के सदस्यों ने अनूप के पिता से मिलकर उन्हें गु्रप की तरफ से 11 हजार रुपए भी दिए। इतना ही नहीं पांचों बहनों को अपना मोबाइल नंबर भी देकर आए। उनसे कहा कि जब भी जरूरत पड़े बस उन्हें एक फोन लगा देना वह हाजिर हो जाएंगे। ग्रुप के सदस्य रविन्द्र सिंह कुशवाह ने बताया कि अजब सिंह की अािर्थक स्थिति ठीक नहीं है। अनूप ही उनके बुढ़ापे का इकलौता सहारा था। उसके जाने से पिता और बहनें काफी टूट चुके थे। हमारा तो एक छोटा सा प्रयास है कि किसी तरह उनके बेटे और बहनों की दूरी को दूर कर सकें। उन्हें जब भी जरूरत होगी हमारा ग्रुप का कोई न कोई सदस्य उनके पास पहुंच जाएगा। ग्रुप में 212 सरकारी कर्मचारी अधिकारी जुड़ चुके हैं। इससे पहले अटेर तहसील में बुगलरी गांव मे अग्निकांड में मासूम बच्ची की मौत एवं उनका मकान जलकर खाक हो गया था। गु्रप के सदस्यों ने वहां जाकर भी १६ हजार रुपए की मदद की थी। यह सभी लोग अपने वेतन से कुछ पैसा निकालकर समाजसेवा के कार्यों के लिए रखते है।
ग्रुप के रविन्द्र सिंह कुशवाह ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन पांचों बहनों को भाई की कमी नहीं खलने देंगे। हमारा प्रयास होगा कि ग्रुप का कोई भी सदस्य दंगियापुरा गांव जाकर बहनों से अपनी कलाई पर राखी बंधवाएगा। जहंा तक हो बहनों को अपने भाई की कमी न खले।

Home / Gwalior / बुजुर्ग पिता से कहा उन्हें अपना बेटा ही समझें, बहनों को दिया बचन, रक्षाबंधन पर भाई की कमी नहीं खलने देंगे

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो