scriptतनाव पर पड़ रहा है दांतों का असर, अस्पतालों में प्रतिदिन आ रहे चार-सौ से पांच सौ मरीज | Tension is affecting teeth, four to five hundred patients coming every | Patrika News

तनाव पर पड़ रहा है दांतों का असर, अस्पतालों में प्रतिदिन आ रहे चार-सौ से पांच सौ मरीज

locationग्वालियरPublished: Mar 06, 2019 07:34:36 pm

दांतों की नियमित सफाई न करने के कारण इस तरह की समस्या ज्यादा हो रही है

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तनाव पर पड़ रहा है दांतों का असर, अस्पतालों में प्रतिदिन आ रहे चार-सौ से पांच सौ मरीज

ग्वालियर. आप अपने दांतों को सुरक्षित रखना चाहते हैं तो उसके लिए आपको तनाव मुक्त रहना होगा, क्योंकि तनाव के कारण भी दांतों की सेहत प्रभावित होती है। यही कारण है कि आजकल जेएएच समेत अन्य शासकीय और निजी अस्पतालों में दांतों के दर्द के मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। रोज चार सौ से पांच सौ मरीज अस्पताल में दांतों के दर्द के पहुंच रहे हैं।
कब्जियत और डेंटल के मरीज आम बात
दंत चिकित्सकों के अनुसार आजकल धूम्रपान, अनहेल्दी पदार्थों के सेवन से, शीतल पेय के ज्यादा सेवन से, दांतों की नियमित सफाई न करने के कारण, कब्जियत, गर्म-ठंडे पदार्थों का साथ में सेवन आदि के कारण भी इस तरह की समस्या ज्यादा हो रही है।
दांतों के आ रहे प्रतिदिन चार सौ से पांच सौ मरीज
सूत्र बताते हैं कि ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर जैसे बड़े शहरों में विभिन्न शासकीय व निजी दांतों के अस्पतालों में रोजाना दांतों की बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों खासकर बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है। ग्वालियर में चार सौ से पांच सौ, भोपाल शहर में रोजाना पांच सौ से छह सौ, जबलपुर में साढ़े चार सौ और इंदौर में प्रतिदिन चार सौ से पांच सौ दांतों के मरीज इलाज कराने अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।
बर्गर और पिज्जा भी बच्चों के लिए नुकसानदायक
बताया जाता है कि बच्चों का टॉफी खाना, बिस्किट, पिज्जा, बर्गर, मीठे पेय पदार्थों के ज्यादा सेवन के बाद दांतों की ठीक प्रकार से साफ-सफाई न होने के कारण दांतों की समस्याओं से जूझते नजर आ रहे हैं। वर्ष भर का आंकड़ा देखें तो प्रति वर्ष ग्वालियर, जबलपुर और इंदौर में एक लाख से ज्यादा दांतों के मरीज इलाज कराने आता है, जबकि देश में यह आंकड़ा तीस लाख से ऊपर है।
ये रखें सावधानी
डेंटल मेडिकल कॉलेज भोपाल के विभागाध्यक्ष डॉ.राकेश पांडेय के अनुसार मरीज यदि जरा सी सावधानी रखे तो उसके दांत लंबे समय तक सुरक्षित रह सकते हैं।
-रोजाना दांतों की सफाई करें।
-मदिरा, तंबाकू युक्त पदार्थों का सेवन न करें।
-मीठे, शीतल पेय पदार्थ कम लें व समय-समय पर दांतों के डॉक्टर से परामर्श लेते रहें।
-भोजन के अतिरिक्त नीबू, मूली, अनार, जामुन, मूंगफली का भी सेवन करते रहें।
-नीम, बबूल, चमेली तथा तुलसी की ताजी पत्तियां दांतों की सुरक्षा के लिए हितकारी है। इससे आपके दांतों में बैक्टीरियल संक्रमण से सुरक्षा करेगी बल्कि मुख दुर्गंध भी दूर करेगी।
-तनाव कतई न लें, इससे आपकी दांतों की सेहत प्रभावित होती है।
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