script14 साल से पैरालिसिस से ग्रस्त ननि के पूर्व कर्मी फर्जी नल कनैक्शन निरस्त करवाने नगर निगम के ही लगा रहा चक्कर | The elderly couple visited every office but no hearing | Patrika News

14 साल से पैरालिसिस से ग्रस्त ननि के पूर्व कर्मी फर्जी नल कनैक्शन निरस्त करवाने नगर निगम के ही लगा रहा चक्कर

locationग्वालियरPublished: Jan 19, 2020 09:47:18 pm

Submitted by:

Dharmendra Trivedi

-बुजुर्ग दंपत्ति ने हर कार्यालय का चक्कर लगाया लेकिन कोई सुनवाई नहीं
-किसी अन्य ने लिया है फर्जी कनैक्शन जिसका बिल हुआ 30 हजार

For 14 years, a former employee of a nanny who suffers from paralysis had an affair with the municipal corporation to cancel fake tap connections.

For 14 years, a former employee of a nanny who suffers from paralysis had an affair with the municipal corporation to cancel fake tap connections.

ग्वालियर। नगर निगम से सेवानिवृत कर्मचारी को नगर निगम ने ही करीब 14 साल पहले उसी के नाम से एक फर्जी नल कनैक्शन का बिल पकड़ाना शुरू कर दिया। जिसको निरस्त कराने के लिए सेवानिवृत कर्मी लगातार आवेदन देता रहा और अब उसकी उम्र 77 वर्ष हो चुकी है, आवेदनों की संख्या भी करीब एक दर्जन को पार करने वाली है, लेकिन फर्जी नल कनैक्शन अभी तक नहीं कटा है। अब स्थिति यह है कि लकवा ग्रस्त निगम कर्मी की साइटिका से पीडि़त पत्नी कार्यालयों के चक्कर लगा रही है। समाधान फिर भी नहीं हुआ है। अब उसने कलेक्टर कार्यालय में आवेदन दिया है ताकि समाधान हो सके।


लकवा ग्रस्त है बुजुर्ग, पत्नी साइटिका से पीडि़त

 

मुरार क्षेत्र के वार्ड-26 में निवासरत रमेशचंद्र शर्मा पिछले कुछ वर्ष से लकवा से ग्रस्त हैं, उनका शरीर अब सही तरीके से काम नहीं करता है। पत्नी विजयलक्ष्मी शर्मा भी साइटिका से पीडि़त हैं। विजयलक्ष्मी ने बताया कि उन्होंने वर्षों पूर्व जलापूर्ति के लिए कनैक्शन क्रमांक 25601 लिया था। जिसका भुगतान लगातार किया जा रहा है।


लगातार कर रहे शिकायत

 

बुजुर्ग का कहना है कि किसी अन्य व्यक्ति ने रमेश चंद्र शर्मा के नाम से जल कनैक्शन क्रमांक 25604 ले लिया था। इसका बिल आने पर हमको चला था। इसके बाद 21 अक्टूबर 2005, 25 फरवरी 2009, 12 जनवरी 2012, 13 अगस्त 2014, 11 दिसंबर 2014 को शिकायतें कीं थीं। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई फिर इस फर्जी कनैक्शन को निरस्त करके गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई की मांग करते हुए 25 जुलाई 2015 को लोक अदालत में आवेदन दिया था, लेकिन तब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब 14 जनवरी को कलेक्टर कार्यालय में शिकायत की है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

-इस तरह की शिकायत फिलहाल मेरी जानकारी में नही है, शिकायत को निकलवाकर नगर निगम को नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश देंगे। बुजुर्गों की सुविधा के लिए हमने जनसुनवाई भी शुरू की है, इसके बावजूद अगर कोई बुजुर्ग परेशान हो रहा है तो इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
अनुराग चौधरी, कलेक्टर

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