मोबाइल पर कॉल किया तब जीजा को पता चला
वीरू जीजा सुनील के साथ निकला था। सुनील रफ्तार में बाइक चलाकर आगे निकल गया। जब वीरू पीछे दिखाई नहीं दिया तो उसने एक जगह रुककर इंतजार किया। फिर भी वीरू नहीं आया तब वीरू के मोबाइल पर फोन किया। मोबाइल किसी दूसरे ने उठाया। उसने घटना के बारे में बताया तब वह मौके पर पहुंचा।
वीरू के माता-पिता के अलावा पत्नी संगीता और एक साल की बेटी अराध्या है। घर से निकलते वक्त संगीता से कहकर गया था शाम को लौट आएगा। बेटी को दुलार करके निकला था। संगीता निश्चिंत होकर काम मे जुट गई कि पति शाम तक आ जाएंगे लेकिन जब पति के मौत की खबर मिली तो बदहवास हो गई।
इकलौते बेटे की मौत से पिता राजू का मनोबल ही टूट गया। पीएम हाउस पर रिश्तेदार उसे संभाले हुए थे। वह बार-बार बोल रहा था कि ईश्वर ने यह क्या कर दिया। उसका तो सब कुछ लुट गया। इकलौता होने के कारण वीरू अपने पिता का सहारा था। उनके साथ काम में भी हाथ बटाता था। वे बेटे का बार-बार नाम लेकर बदहवास हो रहे थे।