अपराधियों पर अलग- अलग थाने में 81 केस
एसडीएम अनिल बनवारिया ने बताया कि तीनों बदमाशों ने आसपास के लोगों को धमकाकर पहले जमीन पर कब्जा जमाया और फिर बाद में मकान बना लिए थे। कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन की कीमत करीब 30 लाख है। इन अपराधियों पर अलग-अलग थानों में 81 प्रकरण दर्ज हैं। इसके साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों ने गिरवाई क्षेत्र में करोड़ों की सरकारी जमीन को मुक्त कराने की तैयारी की है।
– रंजीत उर्फ राणा (24) पुत्र कप्तान सिंह पर बहोड़ापुर और इंदरगंज थाने में हत्या के प्रयास, दहेज एक्ट, लोगों को धमकी सहित अन्य संगीन धाराओं में 18 प्रकरण दर्ज हो चुके हैं। इस पर डकैती अधिनियम के अंतर्गत भी प्रकरण दर्ज हुआ है और एनएसए भी लगाया जा चुका है। यह बहोड़ापुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है।
– अपराधी रंजीत की पत्नी पूजा उर्फ मनीत पर थाना विश्वविद्यालय, पड़ाव थाना, जीआरपी थाना, बहोड़ापुर और इंदरगंज थाने में चोरी सहित अन्य धाराओं में आठ प्रकरण दर्ज हैं। इंदरगंज थाने में इसके खिलाफ 110 सीआरपीसी में भी प्रकरण दर्ज हो चुका है।
– राजेन्द्र जाटव (42) पुत्र जयराम जाटव निवासी रविदास नगर पर बहोड़ापुर थाने में 26 प्रकरण दर्ज हैं। यह भी हिस्ट्रीशीटर है। इसके अलावा मप्र राज्य सुरक्षा कानून के अंतर्गत भी प्रकरण दर्ज हो चुका है। जिला बदर भी हो चुका है।
– अशोक उर्फ (35) बिट्टा पुत्र जयराम जाटव निवासी रविदास नगर पर बहोड़ापुर थाने में 29 प्रकरण दर्ज हैं। इसके अलावा डकैती अधिनियम, पॉक्सो एक्ट सहित राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अंतर्गत भी प्रकरण पंजीबद्ध हैं।
कब्जे हटाते समय अशोक के मकान की एक दीवार अचानक गिर गई थी। इससे मदाखलत कर्मी अशोक धानुक को चोटें आई हैं। उसे तुरंत ट्रॉमा सेंटर भेजा गया। कार्रवाई पूरी होने के बाद एसडीएम उसे देखने पहुंचे और डॉक्टरों से हालत की जानकारी ली।