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आ गए इंटरसेप्टर… एक्सीडेंट पर ब्रेक लगाने ब्लैक स्पॉट पर अब तैनात होंगे

locationग्वालियरPublished: May 20, 2022 07:19:00 pm

रोड एक्सीडेंट पर ब्रेक लगाने के लिए नई प्लाङ्क्षनग की गई है। खाका खासकर ब्लैक स्पॉट पर होने वाले हादसों के लिए खींचा गया है। यहां अब इंटरसेप्टर मोबाइल तैनात…

आ गए इंटरसेप्टर... एक्सीडेंट पर ब्रेक लगाने ब्लैक स्पॉट पर अब तैनात होंगे

आ गए इंटरसेप्टर… एक्सीडेंट पर ब्रेक लगाने ब्लैक स्पॉट पर अब तैनात होंगे

ग्वालियर. रोड एक्सीडेंट पर ब्रेक लगाने के लिए नई प्लाङ्क्षनग की गई है। खाका खासकर ब्लैक स्पॉट पर होने वाले हादसों के लिए खींचा गया है। यहां अब इंटरसेप्टर मोबाइल तैनात होगी। दरअसल पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है, जिस जगह पर ज्यादा सड़क हादसे हो रहे हैं उन्हें ब्लैक स्पॉट तो बना दिया, लेकिन हादसे रोकने का कारगर इंतजाम वहां नहीं हुआ है। सिर्फ कागजों में जगह एक्सीडेंट जोन बन पाई है। लोगों को इससे राहत नहीं है। ज्यादातर सड़क हादसों की वजह वाहनों की तेज रफ्तार रही है, इसलिए तय हुआ है इंटरसेप्टर वाहन को इन ब्लैक स्पॉट पर तैनात किया जाएगा। इसमें भी अहम परेशानी है। जिले में सिर्फ एक इंटरसेप्टर गाड़ी है, जबकि चिह्नित ब्लैक स्पॉट 9 हैं, इसलिए इस वाहन को कुछ-कुछ घंटे के लिए स्पॉट पर खड़ा किया जाएगा।
पिछले तीन साल में शहर के अंदर और हाईवे पर रोड एक्सीडेंट के हिसाब से यातायात पुलिस ने पुरानी छावनी में रायरू फार्म चौराहा, ऋतुराज चौराहा, बिलौआ की हद में सिकरौदा तिराहा, जौरासी घाटी, डबरा की सिमरिया टेकरी और लोहागढ़ तिराहा, गोला का मंदिर चौराहा के अलावा बहोड़ापुर में सागरताल चौराहा को ब्लैक स्पॉट चिह्नित किया है। रोड एक्सीडेंट पर काबू के लिए पुलिस तमाम कोशिश कर रही है। इसे रोकने के लिए पुलिस मुख्यालय एक्सीडेंट की इंवेस्टीगेशन का तरीका भी बदला है। किसी भी सड़क हादसे की घटना की वजह पता लगाने के लिए कई बिंदुओं पर उसकी जांच की जा रही है। इसलिए ज्यादातर हादसों में वाहनों की तेज रफ्तार एक्सीडेंट का कारण बताई है।

स्पीड काबू के लिए लाई जाएगी इंटरसेप्टर व्हीकल
पुलिस अधिकारियों का कहना है शहर के अंदर और हाईवे पर वाहन अंधाधुंध रफ्तार से नहीं चलें, इसलिए इंटरसेप्टर व्हीकल जिले में तैनात की गई हैं। यह वाहन 500 मीटर की दूरी से किसी भी गाड़ी की रफ्तार को माप लेता है, जो चालक हद से तेज रफ्तार में गाड़ी चलाते हैं। उन्हें इंटरसेप्टर की मदद से डिटेक्ट कर पुलिस रोकती है। तेज रफ्तार में वाहन दौड़ाने का चालान करती है, लेकिन जिले में सिर्फ एक इंटरसेप्टर वाहन है, जबकि सड़क हादसों के लिए 9 रास्ते कुख्यात हैं।

स्पॉट बदलकर तैनात होगा इंटरसेप्टर
रोड एक्सीडेंट पर काबू के लिए इंटरसेप्टर व्हीकल को अब ब्लैक स्पॉट पर तैनात किया जाएगा। जिला पुलिस के पास सिर्फ एक इंटरसेप्टर वाहन है, इसलिए तय किया है यह गाड़ी स्पॉट बदल-बदल कर खड़ी होगी, जहां वाहन चालक तेज रफ्तार में वाहन दौड़ाते मिलेंगे उन पर कार्रवाई होगी।
अभिनव चौकसे, एएसपी यातायात
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