scriptग्वालियर व्यापार मेले में काम करने वालों का एक से दो साल तक का लटका पड़ा है भुगतान | The payment of those working in the Gwalior trade fair is pending for | Patrika News

ग्वालियर व्यापार मेले में काम करने वालों का एक से दो साल तक का लटका पड़ा है भुगतान

locationग्वालियरPublished: Aug 10, 2021 11:11:11 am

Submitted by:

Narendra Kuiya

– सचिव को दो लाख रुपए से अधिक का भुगतान करने की नहीं है अनुमति और मेले में अध्यक्ष पद पड़ा है रिक्त- भुगतान के लिए मेले के ठेकेदार लगा रहे बार-बार चक्कर

मेले में काम करने वालों का एक से दो साल तक का लटका पड़ा है भुगतान

मेले में काम करने वालों का एक से दो साल तक का लटका पड़ा है भुगतान

ग्वालियर. ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण में काम कर चुके ठेकेदारों के हाल इन दिनों काफी बुरे हैं। जिन ठेकेदारों ने गत वर्ष और इस साल के मेले में काम किया था, उनका भुगतान अभी तक नहीं हो सका है। ऐसे में कई ठेकेदार मेला प्राधिकरण कार्यालय के चक्कर लगा-लगाकर परेशान हो चुके हैं पर उनके लाखों रुपयों का भुगतान नहीं हुआ है। मेला प्राधिकरण के सचिव को दो लाख रुपए से ऊपर के भुगतान करने का अधिकार नहीं है और मेले के अध्यक्ष का पद काफी समय से रिक्त है। हाल ही में मेल की बिजली कटने के बाद मेला प्राधिकरण की ओर से 40 लाख रुपए बिजली कंपनी को जमा कराए गए थे।
सचिव का भी हो गया तबादला
मेले में सचिव पद पर काबिज निरंजनलाल श्रीवास्तव के पास जिला उद्योग केंद्र शिवपुरी के महाप्रबंधक पद का कार्यभार था। इसके चलते इस साल मार्च माह के बाद से वे ग्वालियर आए ही नहीं थे। वहीं हाल ही में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग ने उनका तबादला गुना कर दिया है। इसके साथ ही एमपीआइडीसी भोपाल के विनय तिवारी को जिला उद्योग केंद्र ग्वालियर का महाप्रबंधक नियुक्त कर दिया है। इस हिसाब से अब मेला सचिव के पद पर विनय तिवारी को काम करना होगा क्योंकि मेले के संविधान के मुताबिक जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक को ही मेला सचिव बनाया जाता है। हालांकि अभी उन्हें मेला सचिव बनाए जाने के आदेश जारी नहीं हुए हैं।
सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई है
मैंने इस वर्ष के व्यापार मेले में किराए से सीसीटीवी कैमरे लगाए थे। इस काम को पूरा किए पांच माह से अधिक का समय बीत चुका है, पर अभी तक मुझे दो लाख रुपए का भुगतान नहीं किया गया है। इसके लिए कई बार मेला गया पर कोई सुनवाई नहीं हुई। यहां तक कि सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज करा चुका हूं।
– सुनील जैन, संचालक, जैन कम्यूनिकेशन एंड सर्विस सेंटर
साढ़े चार लाख से अधिक का भुगतान अटका
मेरा इस बार के मेले का 4 लाख 61 हजार 541 रुपए का भुगतान होना है। दो लाख रुपए मुझे मिल चुके हैं। अब भुगतान रुका पड़ा है, सब जगह भाग-दौड़ करके हार चुका हूं। पिछले कई साल से मेले के लिए काम कर रहा हूं, ऐसा पहली बार हुआ जब भुगतान रूका है। मेला खत्म होते ही रुपयों का भुगतान हो जाता था।
– अशोक मोरे, सफाई ठेकेदार
अगले साल कैसे काम करेंगे
हर साल की तरह इस साल के मेले में भी टेंट और कैंप की व्यवस्था की थी। हमारा पिछले साल का और इस साल का भुगतान अभी तक नहीं हो सका है। चूंकि सचिव को बड़े भुगतान की अनुमति नहीं है और अध्यक्ष का पता नहीं है। यदि भुगतान नहीं हुआ तो ऐसे में अगले साल काम कैसे करेंगे।
– कृष्ण कुमार शर्मा, टेंट और कैंप ठेकेदार, कृष्णा टेंट हाउस
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