साधो ऐसा ही गुरु भावे राग....
ग्वालियर म्यूजिकल सोसायटी के राजेंद्र माणिक एवं डॉ नीतू प्रसाद ने सुगम संगीत की प्रस्तुति दी। इसी क्रम में हरियाणा की कथक नृत्यांगना नयनिका घोष ने कथक की प्रस्तुत देकर खूब तालियां बटोरीं। इसके बाद पखावज वादन जगतनारायण ने किया। उनकी प्रस्तुति को हर एक ने सराहा। भरतनाट्यम शिष्यवृन्द ने पद्मजा पिल्लै के निर्देशन में दी। बढ़ते हुए क्रम में पं उमेश कंपूवाले ने साधो ऐसा ही गुरु भावे राग.... प्रस्तुत किया। प्रो रंजना टोणपे ने दादरा सांवरे आई जइयो जमुना... सुनाया। नवनीत कौशल ने राम रमैया गाए... सुनाया। रश्मि सासोडे ने ऐ मेरे वतन के लोगों...। तबले पर विकास विपट, हारमोनियम पर विवेक जैन, ढोलक पर शशिकांत गेवराइकर। कार्यक्रम का संचालन अशोक आनंद ने किया।
ग्वालियर म्यूजिकल सोसायटी के राजेंद्र माणिक एवं डॉ नीतू प्रसाद ने सुगम संगीत की प्रस्तुति दी। इसी क्रम में हरियाणा की कथक नृत्यांगना नयनिका घोष ने कथक की प्रस्तुत देकर खूब तालियां बटोरीं। इसके बाद पखावज वादन जगतनारायण ने किया। उनकी प्रस्तुति को हर एक ने सराहा। भरतनाट्यम शिष्यवृन्द ने पद्मजा पिल्लै के निर्देशन में दी। बढ़ते हुए क्रम में पं उमेश कंपूवाले ने साधो ऐसा ही गुरु भावे राग.... प्रस्तुत किया। प्रो रंजना टोणपे ने दादरा सांवरे आई जइयो जमुना... सुनाया। नवनीत कौशल ने राम रमैया गाए... सुनाया। रश्मि सासोडे ने ऐ मेरे वतन के लोगों...। तबले पर विकास विपट, हारमोनियम पर विवेक जैन, ढोलक पर शशिकांत गेवराइकर। कार्यक्रम का संचालन अशोक आनंद ने किया।
बैतूल, विदिशा एवं भोपाल के कलाकारों ने तैयार किया बैकड्रॉप
महोत्सव में मंच पुरातन ग्रामीण परिवेश के आधार पर तैयार किया गया। मंच का बैकड्राप ईकोफ्रेंडली गोबर शिल्प एवं गोबर आर्ट द्वारा बनाया गया। बैकड्राप बनाने में टाट के कपड़े, गोबर एवं पीली मिट्टी का उपयोग किया गया है। इसके साथ ही घरेलू, खाद्य पदार्थ के रंगो का उपयोग किया गया। यह बैकड्राप बैतूल, विदिशा एवं भोपाल के 8 कलाकारों ने तैयार किया।
महोत्सव में मंच पुरातन ग्रामीण परिवेश के आधार पर तैयार किया गया। मंच का बैकड्राप ईकोफ्रेंडली गोबर शिल्प एवं गोबर आर्ट द्वारा बनाया गया। बैकड्राप बनाने में टाट के कपड़े, गोबर एवं पीली मिट्टी का उपयोग किया गया है। इसके साथ ही घरेलू, खाद्य पदार्थ के रंगो का उपयोग किया गया। यह बैकड्राप बैतूल, विदिशा एवं भोपाल के 8 कलाकारों ने तैयार किया।