– बड़ेराभारस पंचायत के ग्राम तोड़ा और पंजाब सिंह का पुरा, यादव का पुरा, जुझारपुरा, सुल्तान सिंह का पुरा में मनरेगा से चेकडैम और रिंगबंड बनाए गए हैं।
– चारों जगह मनरेगा के मद से काम किया गया है, गांव के मजदूरों को उसके बदले पैसा भी मिला है।
– तोड़ा गांव में नाले पर चेकडैम पर 14 लाख 35 हजार रुपए और बड़ेरा नाला पर चेकडैम बनाने पर 30 लाख 81 हजार रुपए खर्च हुए।
– दो कामों के लिए ग्रामीणों ने राशि इक_ी की और गांव के जलस्तर को सही करने के लिए खर्च की।
– सुल्तान सिंह का पुरा में 1200 घनमीटर जगह में पानी है और 4 हैक्टेयर में सिंचाई हो रही है।
– पंजाब सिंह का पुरा में 6800 घनमीटर में पानी है और 3 हैक्टेयर में सिंचाई की सुविधा मिली है।
– यादव का पुरा में 4100 घनमीटर में पानी है और 2 हैक्टेयर जगह में सिंचाई की सुविधा मिली है।
– तोड़ा नाला में 37,000 घनमीटर जगह में पानी है और 20 हैक्टेयर जगह में सिंचाई की हो सकेगी।
– बड़ेरा नाला पर 44,000 घनमीटर जगह में पानी है।
– जुझारपुर में पानी का भराव क्षेत्र 36,000 घनमीटर हो गया है।
यहां भी जन भागीदार
– मुरार में तैयार किए गए 101 तालाबों में से 4 का गहरीकरण करने में लोगों ने हिस्सा लिया।
– बरई में 56 तालाबों में से 4 का गहरीकरण आमजन ने किया।
– डबरा में 186 तालाबों में से 12 का गहरीकरण आमजन ने प्रशासन के साथ मिलकर कराया है।
– मुरार में 102 तालाबों में से 4 का गहरीकरण जन सहयोग से हुआ।
– डबरा के लदेरा, सूखापठा, जौरासी, मेहगांव, पुट्टी, सिहोना, लोहगढ़, सिरसा और सिसगांव में 12 नए तालाबों का निर्माण हो रहा है।
– जन सहयोग से बन रहे यह तालाब लगभग पूरे हो चुके हैं।
– क्षेत्र में 8 से 10 पंचायतों का समूह बनाकर जल सम्मेलन भी आयोजित हो रहे हैं, ताकि लोग पानी के महत्व को समझकर संरक्षण करने के लिए प्रेरित हों।