स बसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उक्त पहाड़ी पर लगाए जाने वाले हजारों पौधों को जिस पानी से सींचकर बड़ा किया जाएगा, वह पानी सिरोल पहाड़ी के पास स्थित मुकुंद कृष्णा सिटी कॉलोनी से आएगा, जो कॉलोनी में स्थित सीवर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से साफ होकर पहुंचेगा।
इसके लिए प्रशासन ने कॉलोनी से पहाड़ी तक पानी की पाइप लाइन डालने की तैयारी कर ली है। वहीं पहाड़ी पर प्लांटेशन के लिए इस प्रकार ट्रंेच खोदी जा रही हैं कि पहाड़ी के ऊपर से आने वाला पानी ग्रेविटी से सभी पौधों तक चला जाएगा। उत्तराखंड में पहाड़ी क्षेत्रों में खेती करने के लिए जिस प्रकार से जमीन निकाली जाती है, उसी प्रकार यहां पर प्लांटेशन की तैयारियां हो रही हैं। इसके चारों ओर तार फैंसिंग कराई जा रही है। इस पहाड़ी पर हजारों पौधों को वृक्ष बनाने के लिए पानी देने और सुरक्षा करने की जिम्मेदारी मुकुंद कृष्णा सिटी के लोगों को दी गई है। जो पहाड़ी को हरा-भरा कर निश्चित समय पर प्रशासन के सुपुर्द करेंगे। कलेक्टर अनुराग चौधरी के निर्देश पर एसडीएम अनिल बनवारिया, पार्क अधिकारी मुकेश बंसल द्वारा पहाड़ी को संरक्षित करने की कार्रवाई की जा रही है। इंजीनियर राघवेंद्र अवस्थी ने बताया कि जैसे ही पानी की पाइप लाइन डालने का काम हो जाएगा, उसी अनुसार प्लांटेशन के विस्तार की योजना बनेगी।
इसके लिए प्रशासन ने कॉलोनी से पहाड़ी तक पानी की पाइप लाइन डालने की तैयारी कर ली है। वहीं पहाड़ी पर प्लांटेशन के लिए इस प्रकार ट्रंेच खोदी जा रही हैं कि पहाड़ी के ऊपर से आने वाला पानी ग्रेविटी से सभी पौधों तक चला जाएगा। उत्तराखंड में पहाड़ी क्षेत्रों में खेती करने के लिए जिस प्रकार से जमीन निकाली जाती है, उसी प्रकार यहां पर प्लांटेशन की तैयारियां हो रही हैं। इसके चारों ओर तार फैंसिंग कराई जा रही है। इस पहाड़ी पर हजारों पौधों को वृक्ष बनाने के लिए पानी देने और सुरक्षा करने की जिम्मेदारी मुकुंद कृष्णा सिटी के लोगों को दी गई है। जो पहाड़ी को हरा-भरा कर निश्चित समय पर प्रशासन के सुपुर्द करेंगे। कलेक्टर अनुराग चौधरी के निर्देश पर एसडीएम अनिल बनवारिया, पार्क अधिकारी मुकेश बंसल द्वारा पहाड़ी को संरक्षित करने की कार्रवाई की जा रही है। इंजीनियर राघवेंद्र अवस्थी ने बताया कि जैसे ही पानी की पाइप लाइन डालने का काम हो जाएगा, उसी अनुसार प्लांटेशन के विस्तार की योजना बनेगी।