सुबह जब मंदिर में माली आया तब चोरी का पता चला। मंदिर पर पुलिस भी आई लेकिन चोरों का सुराग लगाने के लिए फिंगर प्रिंट और डॉग स्कावॉड को नहीं बुलाया। मंदिर के ट््रस्टी पीयूष जैन निवासी एमएलबी रोड फूलबाग ने बताया कि जैन मंदिर सीपी कॉलोनी में है। इसमें तीसरी बार चोरी हुई है। रविवार आधी रात के बाद चोर मंदिर में घुसे। सबसे पहले मेनगेट पर लगे सीसीटीवी का मुंह घुमाया जिससे पहचान को छिपा सकें। फिर दोनों गेट पर लगे दो तालों को तोडा।
मंदिर में चैकीदार नहीं है, इसलिए चोर निश्ंिचत थे। दरवाजा खोलकर पहली मंजिल पर आए। यहां भी सीढियों पर जाने वाला दरवाजा बंद था उसका ताला उखाडा। दानपेटी उपर हॉल में रखी है। इसमें जाने के लिए दरवाजा पार करना पडता है। उसका ताला तोडकर चोर अंदर दाखिल हो गए। बेफ्रिक होकर दानपेटी के ताले तोडे। करीब 25 हजार रु चढौ़त्री रखी थी। उसे समेट लिया। पैसों के अलावा मंदिर में किसी सामान को चोरों ने हाथ नहीं लगाया। उसी रास्ते से निकल गए जिससे घुसे थे।
मेनरोड पर मंदिर, फिर भी कई बार वारदात
पीयूष का कहना है कि मंदिर मेनरोड पर है, फिर भी कई बार यहां वारदात हो चुकी है। इसी मंदिर में चैकीदार की हत्या हुई थी। पुलिस लगातार इलाके में गश्त करना बताती है। फिर चोर कैसे वारदात कर जाते है। रात को चोर कब मंदिर में घुसे वारदात कर कहां भाग गए पुलिस को पता नहीं चला। मंदिर में सुबह 6:15 बजे माली दिलीप आया तो उसने दरवाजे पर ताले टूटे देखे तब चोरी का पता चला।
पीयूष का कहना है कि मंदिर मेनरोड पर है, फिर भी कई बार यहां वारदात हो चुकी है। इसी मंदिर में चैकीदार की हत्या हुई थी। पुलिस लगातार इलाके में गश्त करना बताती है। फिर चोर कैसे वारदात कर जाते है। रात को चोर कब मंदिर में घुसे वारदात कर कहां भाग गए पुलिस को पता नहीं चला। मंदिर में सुबह 6:15 बजे माली दिलीप आया तो उसने दरवाजे पर ताले टूटे देखे तब चोरी का पता चला।
आसपास का रहने वाला, जानकार है चोर
मंदिर के पदाधिकारियों का कहना है कि चोर मंदिर के आसपास का रहने वाला हो सकता है। उसे मंदिर के बारे में पूरी जानकारी है। इसलिए हर बार बच जाता है। चोरी का पता चलने पर मुरार पुलिस आ गई थी। लेकिन चोरों के बारे में कुछ पता नहीं चला है।
मंदिर के पदाधिकारियों का कहना है कि चोर मंदिर के आसपास का रहने वाला हो सकता है। उसे मंदिर के बारे में पूरी जानकारी है। इसलिए हर बार बच जाता है। चोरी का पता चलने पर मुरार पुलिस आ गई थी। लेकिन चोरों के बारे में कुछ पता नहीं चला है।
फुटेज से पहचान की उम्मीद
मंदिर में लगे सीसीटीवी के फुटेज निकाले गए हैं, उनमें चोर की थोडी झलक दिखाई दी है,क्योंकि मंदिर में घुसने से पहले कैमरों की दिशा चोरों ने बदल दी और कुछ उखाड कर फेंक दिए। इसलिए चोरी की वारदात उसमें रिकार्ड नहीं हुई।
मंदिर में लगे सीसीटीवी के फुटेज निकाले गए हैं, उनमें चोर की थोडी झलक दिखाई दी है,क्योंकि मंदिर में घुसने से पहले कैमरों की दिशा चोरों ने बदल दी और कुछ उखाड कर फेंक दिए। इसलिए चोरी की वारदात उसमें रिकार्ड नहीं हुई।