scriptमाइम में संगीत और भावों के बीच जरूरी है तालमेल | There is a need for coherence between music and emotion in mime | Patrika News
ग्वालियर

माइम में संगीत और भावों के बीच जरूरी है तालमेल

माइम परफॉर्मेंस करना आसान नहीं है। इसमें मूक अभिनय होता है। ऐसे में आपको दर्शकों तक अपने भावों के माध्यम से बिना बोले ही संदेश पहुंचाना होता है। चेहरे के भावों को बेहतर तरीके से प्रदर्शित करने के लिए आपको रोज प्रैक्टिस करना होगा।

ग्वालियरDec 11, 2019 / 12:02 am

Harish kushwah

माइम में संगीत और भावों के बीच जरूरी है तालमेल

माइम में संगीत और भावों के बीच जरूरी है तालमेल

ग्वालियर. माइम परफॉर्मेंस करना आसान नहीं है। इसमें मूक अभिनय होता है। ऐसे में आपको दर्शकों तक अपने भावों के माध्यम से बिना बोले ही संदेश पहुंचाना होता है। चेहरे के भावों को बेहतर तरीके से प्रदर्शित करने के लिए आपको रोज प्रैक्टिस करना होगा। यह बात एक्सपर्ट विमल कुमार ने कही। वह जीवाजी यूनिवर्सिटी के गालव सभागार में चल रहे सेंट्रल जोन यूथ फेस्ट के ट्रेनिंग कैंप के दौरान माइम की बारीकियां बता रहे थे। उन्होंने कहा कि माइम में म्यूजिक का भी बड़ा रोल होता है और आपको म्यूजिक के साथ ही अपने भावों को दिखाना होता है। इसलिए संगीत और अभिनय के बीच तालमेल बनाए रखें। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि जो आप दिखाना चाहते हैं, वो ऑडियंस तक सही तरह से पहुंच सके। इस दौरान उन्होंने ट्रेनीज को स्टेज पर माइम परफ ॉर्मेंस करने के दौरान आने वाली समस्याओं के बारे में भी बताया।
इनका रखें ध्यान

माइम में चेहरे पर मेकअप करके भावों का प्रदर्शन होता है। बॉडी लैंग्वेज पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है।

माइम में मूक अभिनय होता है, यह आसान काम नहीं है। इसके लिए डेली प्रैक्टिस जरूरी है।
माइम में 6 लोगों की टीम काम करती है। इसलिए टीम के सभी सदस्यों के बीच टाइम मैनेजमेंट होना चाहिए।

माइम करने के दौरान म्यूजिक और अभिनय के बीच बैलेंस बनाना जरूरी है।
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