इंस्टीट्यूट दे रहे स्कॉलरशिप
फैशन की कोई लिमिट नहीं है। आज पार्टीवियर से लेकर कैजुअल तक डिजाइनिंग वर्क हो रहा है। आज नॉर्मल कपड़ों में भी लोग वैरिएशन देख रहे हैं। जिस तरह एक डॉक्टर बीमारी के हिसाब से दवा देता है। ठीक उसी प्रकार फैशन डिजाइनर आपकी पर्सनालिटी के हिसाब से यह बताता है कि आप पर क्या सूट करेगा। युवा इस फील्ड में कॅरियर बना सकते हैं। कई इंस्टीटï्यूट फैशन से जुड़े कोर्स के लिए स्कॉलरशिप भी दे रहे हैं।
सोनू मलालिया, सीनियर फैशन डिजाइनर