दो राज्यों को जोडऩे वाले पुल पर नहीं है रैलिंग
ग्वालियरPublished: Mar 02, 2021 12:29:05 am
इंदरगढ़. भाण्डेर विकासखण्ड की सीमा क्षेत्र ग्राम धमना की पहूंज नदी पर बना उत्तर प्रदेश की सीमा को जोडऩे वाला पुल पर वाहन निकालते समय हादसे की संभावना हमेशा बनी रहती है। एक ओर तो पुल सकरा है वहीं दूसरी ओर इस पर रैलिंग भी नहीं है। इसके बावजूद अभी तक प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है।
दो राज्यों को जोडऩे वाले पुल पर नहीं है रैलिंग
थाना सरसई के अंतर्गत ग्राम धमना के पास पहूंज नदी पर उत्तर प्रदेश झांसी की सीमा को जोडऩे वाला पुल बना हुआ है। देखरेख के अभाव में पुल पर के दोनो ओर रैलिंग ही नही है। वहीं पुल सकरा होने से वाहन चालकों को काफी समस्या होती है। साथ ही हादसे का भी भय बना रहता है। पुल सकरा होने के कारण वाहन क्रॉस होते समय नदी में गिरने का भय बना रहता है। ऐसे में कई बार हादसे भी हो चुके हैं। इसके बाद भी प्रशासन द्वारा न तो पुल की मरम्मत कराई जा रही है और न ही पुल पर रैलिंग लगाए जाने की ओर ध्यान दिया जा रहा है। ग्राम धमना एवं उत्तर प्रदेश के गांव मोई के बीच स्थित पहूंज नदी पर पुल बना हुआ है। इस पुल से मप्र एवं उप्र के लोगों का आना-जाना रहता है। ग्राम धमना एवं आसपास के आधा सैंकड़ा गांवो के लोग झांसी नजदीक होने से खरीददारी करने के लिए इसी पुल से होकर जाते है। पुल की हालत सही न होने से हादसे का भय बना रहता है। इसके बावजूद प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। विगत दिनों सीधी में एक बस नहर में गिर गई थी और ५० से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद प्रदेश भर में शासन ने सख्ती दिखाई और बसों पर कार्रवाई तो की लेकिन जो रास्ते सकरे हैं और रेलिंग नहीं है उन्हें सुधारने की कोई कवायद नहीं की।
पुल पर आ जाता है पानी
ग्राम धमना एवं मोई के बीच पहूंज नदी पर बना यह पुल बहुत ही नीचा है। इस कारण बरसात के दिनों में नदी उफान पर आने से पानी पुल के ऊपर आ जाता है। इससे आवागमन पूर्णत: बंद हो जाता है और पुल पर जाने के लिए बना रास्ता भी कच्चा एवं खराब हालत में है।