इसलिए लोग उसकी तरह कदम बढ़ाने की हिम्मत नहीं कर रहे थे। घबराहट और दहशत करीब दो घंटे चली। फिर पुलिस भी आई। उसने भी दूर से देखा और बम डिस्पोजल यूनिट को फोन कर बुला लिया।
बीडीएस टीम ने आकर पड़ताल की तो लोगों के चेहरे का डऱ हंसी में बदल गया। बीडीएस ने लोगों को बताया यह बम नहीं बल्कि मौसम विभाग का उपकरण है जिसे महकमा मौसम की तासीर नापने के लिए छोड़ता है। यह उड़ता हुआ उनके गांव की पहाडी पर गिर गया।इससे डरने की जरूरत नहीं है।
बिजौली गांव की पहाड़ी पर रविवार शाम को लोगों ने एक डिब्बा पड़ा देखा उसमें लाल रंग की लाइट जल रही थी। घडी की तरह टिक टिक की आवाज भी आ रही थी। इसे देखकर गांववालों ने समझा कि कोई बम रख गया है।
उसका धमाका पूरे गांव को उड़ा सकता है। यह सोचकर लोग पहाड़ी से दूर भागे। नीचे खड़े होकर उसकी तरफ ताकते रहे। काफी देर तक मामला सिर्फ गांव के अंदर घूमता रहा। जब किसी की समझ में नहीं आया कि क्या करें तो लोग भाग कर पुलिस को बुला लाए।
पुलिस आई टटोला, बीडीएस को बुलाया
बिजौली थाने का फोर्स भी पहाड़ी पर पहुंच गया। आसपास झांक तांकी की, डिब्बे को छूना जोखिम भरा हो सकता था। इसलिए बम डिस्पोजल यूनिट को बुला लिया। बीडीएस यूनिट की टीम शाम करीब 7:30 बजे गांव में पहुंची तब पूरा गांव पहाड़ी के आसपास जमा था। लोगों को पहाड़ी से दूर कर टीम ने कथित बम को खंगाला तो वह पता चला कि वह बम नहीं है।
मौसम विभाग का उपकरण
बम डिस्पोजल यूनिट के प्रभारी अजय पारशर ने बताया गांव वाले जिसे बम समझ रहे थे। दरअसल वह मौसम विभाग का उपकरण था। इसे मौसम की स्थिति समझने के लिए छोड़ा गया था। वह आकर बिजौली गांव में सिद्धबाबा की पहाडी पर गिर गया। लोगों ने उसे बम समझ लिया। उसे उठाकर स्कॉवाड ने पुलिस को थमा दिया है।
पुलिस आई टटोला, बीडीएस को बुलाया
बिजौली थाने का फोर्स भी पहाड़ी पर पहुंच गया। आसपास झांक तांकी की, डिब्बे को छूना जोखिम भरा हो सकता था। इसलिए बम डिस्पोजल यूनिट को बुला लिया। बीडीएस यूनिट की टीम शाम करीब 7:30 बजे गांव में पहुंची तब पूरा गांव पहाड़ी के आसपास जमा था। लोगों को पहाड़ी से दूर कर टीम ने कथित बम को खंगाला तो वह पता चला कि वह बम नहीं है।
मौसम विभाग का उपकरण
बम डिस्पोजल यूनिट के प्रभारी अजय पारशर ने बताया गांव वाले जिसे बम समझ रहे थे। दरअसल वह मौसम विभाग का उपकरण था। इसे मौसम की स्थिति समझने के लिए छोड़ा गया था। वह आकर बिजौली गांव में सिद्धबाबा की पहाडी पर गिर गया। लोगों ने उसे बम समझ लिया। उसे उठाकर स्कॉवाड ने पुलिस को थमा दिया है।