ग्वालियर के गांधी नगर में रहने वाली परमा बाई (101) पिछले करीब आठ वर्षों से आयकर जमा करती आ रही हैं। उनके 61 वर्षीय बेटे केपी प्रजापति ने बताया कि माताजी की एफडी थी और उसकी वजह से टीडीएस कटता था। पेनकार्ड बनवाने के बाद उन्होंने आयकर जमा करना शुरू किया और अब हर साल समय से आयकर जमा करती हैं। उनका कहना है कि राष्ट्र हित में आयकर जमा करना बहुत जरूरी है।
इंदौर के लोधीपुरा में रहने वाले वल्लभदास नीमा (103) पिछले करीब 60 वर्षों से आयकर दाखिल कर रहे हैं। उनके 70 वर्षीय बेटे शंभु कुमार ने बताया कि हमारा कपड़े की दलाली का काम है। पिताजी करीब 60 वर्ष से लगातार आयकर जमा करते आ रहे हैं, उन पर कभी भी पेनल्टी नहीं लगी है। वे आयकर जमा करने के लिए दूसरों को भी प्रेरित करते हैं।
गुना के जय स्तंभ चौराहा, बीजी रोड निवासी अशर्फी देवी जैन (101) पिछले करीब 40 वर्षों से आयकर दाखिल करती आ रही हैं। उनके 55 वर्षीय पोते राजीव जैन ने बताया कि दादीजी हमेशा कहती हैं कि देश के विकास के लिए सभी को आयकर देना चाहिए। यदि हमारी आय है तो ईमानदारी के साथ इस पर आयकर चुकाना चाहिए। वे परिवार में भी सभी से आयकर देने के लिए कहती हैं।