सवाल पर ट्रैनर भी हुए निरुत्तर
एसएलआर नीना गौर ने प्रशिक्षण के दौरान पूछा कि जब लिवइन में रह रहे स्त्री-पुरुष को एक यूनिट माना जा सकता है तो फिर अगर पुरुष-पुरुष या स्त्री-स्त्री साथ में रह रहे हों तो किस तरह गणना की जाएगी। इस पर प्रशिक्षण दे रहे मास्टर ट्रैनर श्याम बिहारी ओझा कुछ समय के लिए चुप रह गए। इसके बाद जब उनकी समझ में आया तो उन्होंने बताया कि समलैंगिक युगल को एक परिवार की तरह गिनती में नहीं लिया जाएगा।
कलेक्टर अनुराग चौधरी ने कहा कि जनगणना के काम मेंं लगने वाले सभी प्रगणक, सुपरवाइजर के काम को तहसीलदार आकस्मिक रूप से निरीक्षण करें। इसी तरह सुपरवाइजर भी प्रगणकों के काम का आकस्मिक परीक्षण करें। यह ध्यान रहे कि जो आंकड़े जुटाए जा रहे हैं, वे सही और तथ्यात्मक हों। चुनाव के बाद हो रहा यह काम अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसलिए यह काम पूरे गंभीरता से किया जाए। अगर कोई परेशानी या शंका है तो प्रशिक्षण में पूछ कर समाधान किया जाए। जिला पंचायत सीईओ शिवम वर्मा ने सभी से कहा कि प्रत्येक 10 साल बाद होने वाली जनगणना के आंकड़े योजनाओं एवं कार्यक्रम बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। इसलिए सभी अधिकारी इस काम को इलेक्शन मोड में लेकर ही करें।
ऐसे होगी गणना
– जनगणना संचालनालय से आए अजय शाह ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि विश्व की सर्वश्रेष्ठ मानी जाने वाली भारत की जनगणना में राजस्व अधिकारियों के साथ मैदानी कर्मचारी और प्रगणकों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
– प्रथम चरण में मकान सूचीकरण के साथ राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर का काम एक मई 2020 से शुरू होकर 14 जून तक होगा।
– दूसरे चरण में 9 से 28 फ रवरी 2021 और 5 मार्च 2021 तक रिवीजनल राउंड का काम पूरा किया जाएगा।
– 6 प्रगणकों की मॉनीटरिंग के लिए एक सुपरवाइजर होगा।
– केन्टोनमेंट क्षेत्र में केन्टोनमेंट के अधिकारी एवं कर्मचारी जनगणना का काम करेंगे।
– जनगणना का काम मैनुअल के साथ मोबाइल एप पर किया जाएगा। इसका पूरा डाटा मोबाइल एप पर फ ीड करना जरूरी है।