लक्ष्मीगंज सब्जी मंडी अंचल की सबसे बड़ी मंडी है, जहां 24 घंटे कारोबार चलता है। मंडी में आने वाले दुकानदारों के अलावा व्यापारियों से मंडी बोर्ड द्वारा प्रतिदिन के हिसाब से टैक्स वसूला जाता है, इसके बावजूद दुकानदारों को किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं दी जाती है। सुविधाओं के अभाव में दुकानदार अपनी आजीविका चला रहे हैं। मंडी में सबसे बड़ी समस्या फुटपाथी दुकानदारों के लिए है। क्योंकि मंडी बोर्ड द्वारा जो फुटपाथ बनवाए गए थे, वह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, इसके कारण फुटपाथी दुकानदारों के लिए जगह नहीं बची है। ऐसे में सुबह से लेकर शाम तक फुटपाथी दुकानदार सडक़ पर ही सब्जियां रखकर बेचते हैं। जबकि सडक़ पर दिनभर कीचड़ पसरी रहती है, जिसके बीच ही सब्जी बेची जा रही है। कई लोग मंडी में कीचड़ के बीच सब्जी बेचते हुए देखते हैं तो वह सब्जी खरीदे बिना ही निकल जाते हैं। लेकिन छोटे-छोटे दुकानदार मंडी से थोक भाव में सब्जी खरीदकर ठेलों पर यही सब्जी बेच देते हैं, जो आमजन की सेहत के लिए काफी नुकसानदायक है। मंडी में कीचड़ होने से सब्जी खरीदने आने वाले लोगों को भी काफी परेशानी होती है, क्योंकि कीचड़ और गंदगी के कारण फिसलन हो जाती है, जिससे लोग कई बार फिसल जाते हैं, साथ ही गंदगी के कारण कपड़े भी गंदे हो जाते हैं। बारिश के दिनों में हालात और भी बिगड़ जाते हैं, क्योंकि बारिश में पूरी सडक़ पर ही पानी बहता रहता है, इसके बावजूद बहते पानी में ही सब्जी बेची जाती है जो लोगों की सेहत के लिए और भी खतरनाक साबित होती है। इसके बाद भी मंडी बोर्ड द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।