ग्वालियर जिले में लाड़ली बहना योजना के तहत 3 लाख 8 हजार 192 फॉर्म भरे गए। इसमें 2297 बहनों के फॉर्म निरस्त हो गए हैं। 50 बहनों ने खुद योजना का लाभ लेने से मना कर दिया। इनकी आय तीन लाख रुपए से अधिक थी और पति के पास कार या दूसरा चार पहिया वाहन था। जो पात्र पाई गई हैं, उनके खाते में 10 जून को 1000 रुपए आएंगे।
16 हजार महिलाएं रहेंगी वंचित
जिले में 16 हजार महिलाओं के खाते डीबीटी नहीं हो सके हैं। इस कारण इनके खाते में रुपए नहीं पहुंचेंगे। इनके खाते डीबीटी कराए जा रहे हैं। इसके लिए बैंक अधिकारियों की बैठक ली जा रही है।
जिले में 16 हजार महिलाओं के खाते डीबीटी नहीं हो सके हैं। इस कारण इनके खाते में रुपए नहीं पहुंचेंगे। इनके खाते डीबीटी कराए जा रहे हैं। इसके लिए बैंक अधिकारियों की बैठक ली जा रही है।
महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी राहुल पाठक के अनुसार 10 जून को सिंगल क्लिक से दो लाख 92 हजार 24 महिलाओं के खाते में एक-एक हजार रुपए ट्रांसफर किए जाएंगे। कितनी महिलाओं के खाते में रुपए पहुंच सके, यह स्थिति तभी स्पष्ट होगी।
तीन महीने पहले लाड़ली बहना योजना के फॉर्म भरना शुरू हुए थे। हर विभाग के अधिकारी को इस योजना में अधिक से अधिक महिलाओं को जोड़ने के निर्देश दिए गए। शहर व गांव में अभियान चलाया गया और बैंकों में भी शिविर लगाए गए। जिले में 3 लाख 8 हजार 192 फॉर्म भरे गए। उनके खाते डीबीटी भी हो चुके हैं। खातों में रुपए पहुंच रहे हैं या नहीं एक-एक रुपए ट्रांसफर करके देख लिया गया है। 10 जून को दो लाख 92 हजार 24 महिलाओं के खाते में एक-एक हजार रुपए पहुंच जाएंगे।
इस वजह से निरस्त हुए फॉर्म
● ऐसी महिलाओं ने भी फॉर्म भर दिया, जिनके परिवार की आय तीन लाख रुपए से अधिक थी।
● दूसरी शासकीय योजना का भी लाभ ले रही थीं और लाड़ली बहना का भी फॉर्म भर दिया। जिनके पति शासकीय सेवा में थे, उन्होंने भी फॉर्म भर दिया।
● जिन 50 महिलाओं ने अपना नाम खुद निरस्त करने का आवेदन दिया है, उन्हेें गाइड लाइन की जानकारी नहीं थी।
● कई महिलाओं के आवेदनों पर आपत्तियां थी, जिसके चलते फॉर्म निरस्त हुए।
● ऐसी महिलाओं ने भी फॉर्म भर दिया, जिनके परिवार की आय तीन लाख रुपए से अधिक थी।
● दूसरी शासकीय योजना का भी लाभ ले रही थीं और लाड़ली बहना का भी फॉर्म भर दिया। जिनके पति शासकीय सेवा में थे, उन्होंने भी फॉर्म भर दिया।
● जिन 50 महिलाओं ने अपना नाम खुद निरस्त करने का आवेदन दिया है, उन्हेें गाइड लाइन की जानकारी नहीं थी।
● कई महिलाओं के आवेदनों पर आपत्तियां थी, जिसके चलते फॉर्म निरस्त हुए।