जिससे बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई और मौके पर ही धर्मेंद्र और उसकी मां की मौत हो गई थी,जबकि धर्मेंद्र का बेटाऔर उसकी बेटी कुमकुम (10) गंभीर रूप से घायल हो गए थे। दोनों को पहले जिला चिकित्सालय में लेकिन हालत गंभीर होने पर ग्वालियर रैफर किया गया था। बाद में इलाज के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया। मौत के बाद उसके शव को इंदरगढ़ लाया गया। जहां पिता धमेंद्र के साथ उसका पोस्टमार्टम हुआ।जबकि धर्मेन्द्र की मां उमा देवी का पोस्टमार्टम दतिया में हुआ।
हर आंख थी नम
आलमपुर खुर्द निवासी किसान धर्मेंद्र, उसकी मां उमा देवी,पुत्री कुमकुम की सड़क हादसे में मौत के बाद जब तीनों शव एक साथ गांव पहुंचे और एक ही चिता में तीनों को अग्नि दी गई तो हर आंख नम हो गई। धर्मेंद्र की चिता को उसके भाई अजय ने तो उमा देवी के शव को उसके पति सीताराम ने मुखाग्नि दी। बीच में कुमकुम का शव अंतिम संस्कार के लिए रखा गया था।
आलमपुर खुर्द निवासी किसान धर्मेंद्र, उसकी मां उमा देवी,पुत्री कुमकुम की सड़क हादसे में मौत के बाद जब तीनों शव एक साथ गांव पहुंचे और एक ही चिता में तीनों को अग्नि दी गई तो हर आंख नम हो गई। धर्मेंद्र की चिता को उसके भाई अजय ने तो उमा देवी के शव को उसके पति सीताराम ने मुखाग्नि दी। बीच में कुमकुम का शव अंतिम संस्कार के लिए रखा गया था।