भिंड रेलवे टैक के पास लगभग तीन वर्ष पहले हत्या कर फेंके गए शव के मामले का जीआरपी ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया है।
ग्वालियर। भिंड रेलवे टैक के पास लगभग तीन वर्ष पहले हत्या कर फेंके गए शव के मामले का जीआरपी ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया है। हत्या मृतक के चचेरे भाई ने अपने दो सालों के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जीआरपी के अनुसार 12 दिसंबर 2012 को भिंड रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर एक अज्ञात शव पड़ा होने की सूचना जीआरपी को मिली। जीआरपी ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की तो मृतक के गले सहित शरीर पर कई जगह चोट के निशान मिले। इस पर जीआरपी ने अज्ञात में हत्या का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
मृतक की पहचान राम सिंह उर्फ डब्बल निवासी मुडिय़ाखेड़ा के रूप में हुई। थाना प्रभारी एसएस सिकरवार को मिले सुराग के आधार पर कुछ संदिग्धों से पूछताछ की तो मामला जमीनी विवाद में हत्या का निकला। मृतक का चचेरे भाई प्रहलाद कडेरे के साथ विवाद चल रहा था।
जीआरपी ने आरोपी प्रहलाद कडेरे, मुकेश कडेरे एवं रामस्वरूप कडेरे को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने राम सिंह उर्फ डब्बल की हत्या करना कबूल किया। आरोपियों ने हत्या आलमपुरा के हार गांव में करने की बात कही। हत्या के बाद शव कार से लेकर भिंड रेलवे स्टेशन के पास स्थित ट्रैक पर फेंक दिया।