जनकगंज क्षेत्र में 188 घरों के सर्वे में 20 घरों में लार्वा मिला। मुरार क्षेत्र में 284 घरों के सर्वे में 42 घरों में लार्वा था। मोतीझील क्षेत्र में गिट्टी और डम्बर के दो प्लांटों में 60 से अधिक कंटेनरों में लार्वा पनप रहा था। सर्वे के अलावा मलेरिया विभाग के कर्मचारियों ने जनकगंज क्षेत्र स्थित सरकारी स्कू लों में जागरूकता के लिए कार्यशाला भी आयोजित की। इस दौरान मलेरिया इंस्पेक्टर रामजीलाल शाक्य, कनिष्ठ मलेरिया निरीक्षक रामकुमार सिंह तोमर, एएमआई पानसिंह, नरेन्द्र सिंह सेंगर जेएमआई उपस्थित थे।
पार्क और चौराहों के फब्बारे खतरनाक: पार्क और चौराहों के फब्बारों में जमा पानी में डेंगू और मलेरिया का लार्वा लाखों की संख्या में मिला है। महाराणा प्रताप की प्रतिमा, स्टेशन चौराहा, गांधी उद्यान और थाटीपुर चौराहा स्थित फुब्बारों पर सर्वे के दौरान यह स्थिति मिली। इधर नगर निगम के मछलीघर पर रखी वोटों में भी लार्वा मिला।
जच्चाखाना और सिविल अस्पताल में भी लार्वा: स्वास्थ्य विभाग के सर्वे में अस्पतालों में ही लार्वा मिल रहा है। गुरुवार को सिविल अस्पताल ग्वालियर में सात कूलरों में से दो में लार्वा मिला। वहीं बिरलानगर प्रसूति गृह में पांच कूलरों में से दो में लार्वा मिला।
रविशंकर हॉस्टल व सीनियर ब्यॉज हॉस्टल: जयारोग्य अस्पताल के वार्डों में डेंगू का लार्वा मिलने के बाद गुरुवार को मलेरिया विभाग की टीम ने रविशंकज हॉस्टल और सीनियर ब्यॉज हॉस्टल का सर्वे किया। यहां भी टंकी–कू लर में लार्वा पनपता मिला। दोनों जगह 115 कू लर, 25 टंकी और तीन कंटेनर में से 28 में लार्वा पनप रहा था।
– सरकारी संस्थाएं, सार्वजनिक स्थान और घरों में रोज सर्वे कर रही हैं। साथ ही लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं, इसके बाद भी लार्वा मिल रहा है। डॉ. मनोज पाटीदार, जिला मलेरिया अधिकारी