शिकार के लिए वन्यजीवों की गणना
सीसीएफ आरपी निनामा के अनुसार माधव नेशनल पार्क में प्रबंधन ने शाकाहारी वन्यजीवों की गणना के आंकड़े पेश किए, लेकिन वाइल्ड लाइफ ने उन पर भरोसा नहीं किया। अब निजी एजेंसी गिनती कर रही है। यह आंकड़े आने के बाद बाघ लाने का रास्ता साफ हो जाएगा। इससे शिवपुरी में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा, युवाओं को रोजगार मिलेगा।
सोलर सिस्टम से प्रवाहित होगा करंट
बाड़े में 8 फीट ऊंची फेसिंग के ऊपरी हिस्से में 60 सेंटीमीटर की वाय (Y) आकार की अर्म्स बनाई गई हैं, जिसमें सोलर सिस्टम से करंट प्रवाहित होगा। ये करंट पल्स के रूप में प्रवाहित होगा जिससे केवल झटका लगेगा और किसी को नुकसान नहीं होगा। इसके लिए टेंस्टिंग भी कर ली है। निगरानी के लिए टेक्नीकल सुपरविजन टीम शिफ्ट में 24 घंटे तैनात रहेगी।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक जसवीर सिंह चौहान ट्रेनिंग लेने साउथ अफ्रीका गए हैं। वे वहां चीतों के लिए जरूरी व्यवस्थाएं देखेंगे। खान-पान, रहन-सहन और बीमारी आदि पहलुओं का अध्ययन करेंगे। कुछ माह बाड़े में ही कूनो उद्यान में चीतों को बसाने 6.5 करोड़ से 500 हेक्टेयर का बाड़ा तैयार किया है। 8 चीते (5 नर और 3 मादा) लाने का प्रस्ताव है।
बताया गया है कि चीतों को खुले जंगल में छोड़ने के बजाय कुछ माह विशेष बाड़े में रखा जाएगा, ताकि वे यहां की आबोहवा में ढल सकें। बाड़े में चार गेट लगाए हैं। कूनो राष्ट्रीय उद्यान श्योपुर डीएफओ, पीके वर्मा ने कहा कि बाड़ा लगभग तैयार है। निगरानी के लिए कैमरे लगाए हैं। अफसरों के दल की रिपोर्ट के बाद ही चीतों की शफ्टिंग की जाएगी।