कहां क्यों जाम शिंदे की छावनी- रामदास घाटी से आकर शिंदे की छावनी तिराहे से गुजरने वाले वाहनों को तिराहे पर आकर रुकना नहीं पड़े इसलिए यहां भी लेफ्ट टर्न फ्री है।, लेकिन छप्परवाला पुल से आने वाले टेंपो सवारियां लेने के तिराहे पर ही रुकते हैं। इससे रामदास घाटी आने से आकर लेफ्ट जाने वाले वाहनोंं का रास्ता बंद होता है। जबकि इस तिराहे पर यातायात पुलिस का चेकिंग प्वाइंट भी रोज लगाया जाता है। उसके बावजूद लेफ्ट टर्न पर बिना वजह वाहनों के रुकना बंद नहीं है। यातायात पुलिसकर्मी कहते हैं कि टेंपो चालकों तिराहे पर नहीं रुके इसलिए उन्हें लगातार खदेड़ते हैं, लेकिन एक टेंपो फटकार से आगे रुकता है तो दूसरा उसके पीछे ब्रेक लगाता है। इस वजह से रास्ता जाम होता है।
फूलबाग चौराहा यहां ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए कैटआई और कैमरे लगाए गए हैं। सिग्नल रेड होने पर लोगों पर चालान के डर से ट्रैफिक सिग्नल जंप करने की आदत तो थमी है, लेकिन अब होता यह है कि जब सिग्नल में लाल बत्ती जलती है तो फूलबाग से रेलवे स्टेशन जाने वाले वाहन वहीं थम जाते हैं। एक साथ ट्रैफिक के रुकने से चौराहे से खेड़ापति रोड की तरफ जाने के लिए फ्री लेफ्ट टर्न भी वाहन चालक घेर लेेते हैं। इससे लेफ्ट जाने वाले वाहनों को रास्ता नहीं मिलता। इसलिए सुबह और शाम के वक्त तो लंबा जाम लगता है। चौराहे पर कैमरे और कैटआई की निगरानी शुरू होने से चेकिंग प्वाइंट भी हटा लिया गया है तो लेफ्ट टर्न पर जाने वालों को निकलने के लिए जूझना पड़ता है।
पड़ाव चौराहा इस चौराहे से पड़ाव थाने की तरफ जाने वाले रास्ते को लेफ्ट फ्री रखा गया है। लेकिन यहां भी सिग्नल में लाल बत्ती पर वाहनों का पूरी सडक़ घेरकर रुकने की वजह से लेफ्ट टर्न बंद होना लोगों के लिए परेशानी कारण रहता है।
-चौराहों पर लेफ्ट टर्न को फ्री रखा गया है, लाल बत्ती पर रुकने वाले वाहन चालक इस कोशिश में रहते हैं कि वह दूसरे वाहनों से आगे खडे हों, इसलिए पूरी सडक़ घेरते हैं। यदि सिग्नल पर वाहन कतार से खड़े हों तो लेफ्ट टर्न फ्री रहेगा। चौराहों पर पुलिसकर्मी लेफ्ट टर्न फ्री कराते हैं।
आरएन त्रिपाठी, डीएसपी, यातायात