ट्रैफिक कंट्रोल को लेकर यातायात पुलिस के साथ ही ट्रैफिक सिंग्नल अहम रोल निभाते हैं। शहर के कुछ स्थानों पर आए दिन ट्रैफिक सिग्नल में तकनीकी खराबी आ रही है। इन ट्रैफिक सिंग्नल पर तकनीकी खराबी आने से वाहन चालक कंफ्यूज हो जाते हैं। सबसे ज्यादा तकनीकी खराबी पड़ाव, फूलबाग चौराहा, यूनिवर्सिटी चौराहे और आकाशबाड़ी तिराहे पर आती है। इसके अलावा मेला रोड, रेलवे स्टेशन के कई बार ट्रैफिक सिग्नल खराब हुए है। हालांकि जिन स्थानों पर ट्रैफिक पुलिस होने पर ट्रैफिक व्यवस्था कंट्रोल कर ली जाती है। कई बार इन चौराहे पर पुलिस न होने से यातायात बाधित होता है और चौराहे पर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
ट्रैफिक पुलिस और ट्रैफिक सिग्नल दोनों की अहम भूमिका शहर के चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस और ट्रैफिक सिग्नल दोनों की अहम भूमिका होती है। कई बार रेड सिग्नल होने पर भी लोग अपने वाहन को निकलने का प्रयास करते है। ऐसे में यदि चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस तैनात होती है तो वह जेब्रा क्रॉसिंग पर ही रूक जाते हैं। वहीं, जब चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस तैनात नहीं होती है तो लोग रेड सिग्नल में वाहन निकालते रहते हैं। जिससे सडक़ दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस के जवानों को सबसे ज्यादा मौसम की मार से पीडि़त होना पड़ता है। गर्मी की धूप, ठंड के मौसम की सर्द हवाएं और बारिश के मौसम में यह जवान भींगते हैं। मौसम बिगड़ते ही उन्हें चौराहा छोडकऱ सुरक्षित स्थान की तलाश करनी होती है।