देशभर में लहराता है ग्वालियर में बना तिरंगा
ग्वालियरPublished: Jan 26, 2022 02:22:53 am
जीवाजीगंज स्थित मध्य भारत खादी संघ की ओर से तैयार किए जाने वाले तिरंगे झंडे यहां से देश के हर प्रांत में जाते हैं। इस वित्तीय वर्ष में संघ ने 60 लाख रुपए के साढ़े तीन हजार झंडे दूसरे प्रदेशों में बिक्री के लिए भेज दिए हैं, वहीं मार्च अंत तक 80 लाख रुपए के करीब साढ़े पांच हजार झंडों की बिक्री की उम्मीद है।
देशभर में लहराता है ग्वालियर में बना तिरंगा,देशभर में लहराता है ग्वालियर में बना तिरंगा
ग्वालियर, राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का नाम आते ही तन-मन में देशभक्ति का भाव जाग्रत हो जाता है। क्या आपको पता है कि ग्वालियर में बना तिरगा देशभर में लहराता है। यदि तो हम बताते हैं। देश भर के शासकीय और अद्र्धशासकीय कार्यालयों के साथ कई मंत्रालयों पर लहराने वाले तिरंगे झंडे ग्वालियर में ही बनाए जाते हैं। जीवाजीगंज स्थित मध्य भारत खादी संघ की ओर से तैयार किए जाने वाले तिरंगे झंडे यहां से देश के हर प्रांत में जाते हैं। इस वित्तीय वर्ष में संघ ने 60 लाख रुपए के साढ़े तीन हजार झंडे दूसरे प्रदेशों में बिक्री के लिए भेज दिए हैं, वहीं मार्च अंत तक 80 लाख रुपए के करीब साढ़े पांच हजार झंडों की बिक्री की उम्मीद है। वहीं पिछले साल संघ ने करीब एक करोड़ के झंडों की बिक्री की थी। स्कूल, कॉलेज और सरकारी संस्थानों के बंद रहने से तिरंगे झंडों की बिक्री पर भी असर पड़ा है।
आइएसआइ प्रमाणित राष्ट्रीय ध्वज देश में कर्नाटक के हुबली, मुंबई और ग्वालियर में ही बनाए जाते हैं। शहर में तैयार होने वाले तिरंगे की खासियत यह है कि कपड़े बनाने से लेकर उसकी टेस्टिंग तक संस्था की ओर से ही लैब में की जाती है। इसके लिए प्रत्येक झंडे को 18-20 टेस्टिंग से गुजरना होता है।
इन प्रदेशों में जाते हैं तिरंगे
मध्य भारत खादी संघ राष्ट्रीय ध्वज प्रबंधक डोंगर सिंह कुशवाह ने बताया कि यहां बने तिरंगे झंडे दिल्ली, पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, गुजरात आदि प्रदेशों में जाते हैं। अभी यहां तीन साइज के तिरंगे तैयार किए जा रहे हैं। इनमें 2 बाय 3 फुट, 6 बाय 4 फुट, 3 बाय साढ़े चार फुट के झंडे शामिल हैं।