खास बात यह है कि भले ही शहर में वैध कनेक्शन डेढ़ लाख हों, लेकिन अधिकतर लोगों पर जलकर का लाखों रुपए बकाया है। बीते दिनों निगम मुख्यालय के सभागार में आयोजित बैठक में निगमायुक्त ने पीएचई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि सभी उपयंत्री व सहायक यंत्री जल प्रदाय के समय क्षेत्र में भ्रमण करें और पानी के अपव्यय को रोकने के लिए अवैध नल कनेक्शन धारियों के नल कलेक्शन विच्छेद करने के लिए सख्त कार्रवाई करें। शहर में जितनी भी संपत्तियां हैं उनमें कितना पानी इस्तेमात किया जा रहा है। परिवार में कितने सदस्य है और कितने हॉर्स पार्वर का टिल्लू पंप लगा है इसकी भी जांच कर रिपोर्ट तैयार करें। इसी के तहत अब नगर निगम व पीएचई विभाग मिलकर इसी सप्ताह से सर्वे शुरू करने जा रहा है।
पीएचई द्वारा इन बिंदुओं पर की जाएगी जांच
– मकान मालिक का नाम और पता।
– परिवार में रहने वाले सदस्यों की संख्या।
– नल कनेक्शन है कि नहीं।
– निगम का कनेक्शन है तो आइडी नंबर क्या है।
– कनेक्शन अवैध है अथवा वैध।
– जल का स्त्रोत नलकूप द्वारा अथवा जल शोधन संयत्र की लाइन द्वारा।
– कनेक्शन नहीं है तो उपभोक्ता पानी कहां से ला रहा है।
– घर में टिल्लू पंप लगा है या नहीं।
– यदि घर में टिल्लू पंप लगा हुआ है तो कितने हॉर्स पावन का है।
– कनेक्शन नहीं है तो क्या उपभोक्ता कनेक्शन लेना चाह रहा है कि नहीं।
गंदे पानी की यहां करें शिकायत
शहर के लोगों की सुविधा के लिए निगम द्वारा गंदे पानी की शिकायत के लिए तरुण पुष्कर स्वीमिंग पूल पर कंट्रोल रूम का गठन भी किया है। जिसका टेलीफोन नंबर 0751-2438355 है और वाट्सऐप नंबर 8815878098 है। इन नंबरों पर शहर के कोई भी व्यक्ति अपने क्षेत्र में पानी की समस्या और गंदे पानी की शिकायत दर्ज करा सकते हैं। जिसकी मॉनिटरिंग निगम के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जा रही है और तत्काल निराकरण भी किया जा रहा है। बीते माह में एक दर्जन और एक मार्च में केवल तीन शिकायतें ही आई हैं।
शहर के सभी नल कनेक्शनों की जांच के लिए गठित टीम को अपडेट किया जा रहा है। इसी सप्ताह से निगम कर्मचारियों द्वारा डोर टू डोर सर्वे शुरू किया जाएगा। इसके लिए एक वार्ड में 6 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
एमके उमरिया, कार्यपालन यंत्री पीएचई
निगमायुक्त के निर्देश पर शहर के नल कनेक्शनों की जांच के लिए डोर टू डोर सर्वे के लिए टीम गठित कर दी है। इसी सप्ताह से सर्वे का कार्य शुरू कराया जाएगा। साथ ही जलकर जमा न करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आरएलएस मौर्य, अधीक्षण यंत्री पीएचई