निर्मल पाल (16) भांजा राकेश पाल निवासी अमरोल व विकास(17) पुत्र अशोक नामदेव निवासी अमरोल शुक्रवार शाम को नहर के पास शौच के लिए गए हुए थे। शौच के बाद पानी के लिए वे दोनों नहर में गए तभी दोनों नाबालिग पानी में बह गए। हरसी से छोड़ा गए पानी के कारण नहर के तेज बहाव में दोनों बह गए। जैसे ही बच्चों के डूबने की खबर गांव में आग की तरह फैली तुरंत ही पुलिस और प्रशासन को घटना की जानकारी दी गई। घटना स्थल पर तुरंत ही चीनौर थाना प्रभारी संतोष यादव अपने बल के साथ पहुंचे और गोताखोरों की टीम से दोनों को ढूंढवाया लेकिन देर रात तक दोनों का पता नहीं चला। उसी क्रम में शनिवार सुबह से एक बार फिर दोनों को ढूंढने का प्रयास किया गया लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी। गोताखोरों के साथ गांववाले भी बच्चों को ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं। जिसके लिए नहर में जाल भी लगया गया है।
घरवालों का बुरा हाल
जब से दोनों बच्चों के पानी में बह जाने की बात सामने आई है। गांव के कई घरों में चूल्हे तक नहीं जले। वहीं भाईदूज के दिन घटी इस घटना के चलते और ज्यादा दुख भरा महौल पूरे गांव में निर्मित हो गया है। घरवालों का कहना है कि बच्चे हर रोज ही नहर पर जाते रहते थे। दो परिवारों के चिराग बुझ जाने से दोनों ही परिवारों के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है।
जब से दोनों बच्चों के पानी में बह जाने की बात सामने आई है। गांव के कई घरों में चूल्हे तक नहीं जले। वहीं भाईदूज के दिन घटी इस घटना के चलते और ज्यादा दुख भरा महौल पूरे गांव में निर्मित हो गया है। घरवालों का कहना है कि बच्चे हर रोज ही नहर पर जाते रहते थे। दो परिवारों के चिराग बुझ जाने से दोनों ही परिवारों के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है।