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गिरोह ने ठगी के लिए करीब ४० फर्म बना रखी हैं। ये रकम ३ साल में डबल करने का लालच देकर लोगों से ठगी किया करते थे। इन्होंने देशभर में कई लोगों के साथ ठगी की है। इनके कुछ और साथी हैं। इन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।एसटीएफ निरीक्षक चेतन सिंह बैस ने बताया मोहन लाल ने थाना कोतवाली मुरैना में ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद ठग आरसी २१ गली नंबर ६ शिवपार्क खोड़ा कॉलोनी गाजियाबाद (यूपी) निवासी रोहित कुमार मिश्रा उर्फ सिद्धार्थ और बी ब्लॉक संत नगर बुराड़ी, दिल्ली निवासी अंकुर तोमर को गिरफ्तार किया।
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प्यार ,फिर LOVE के लिए पति का कर दिया यह हालठगों का हेड ऑफिस दिल्ली में है। वहीं से देशभर में लोगों को फोन कर ठगी का धंधा करते हैं। खुद को बीमा कंपनी का कर्मचारी बताते हैं। अभी इनकी पावर इफैक्ट फर्म का खुलासा हुआ है। इसमें ११ लोगों से १ करोड़ ३० लाख जमा कराए। फर्म ११ महीने तक चली। उसके बाद दूसरी फर्म में ४५ लाख जमा कराए।
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कुछ महीनों के बाद फर्म बंद कर नई फर्म खोल लेते थे। इन दोनों को १६ फरवरी तक रिमांड पर लिया है। ठगों का पर्दाफाश करने में एसटीएफ निरीक्षक चेतन सिंह बैस, आरक्षक अनिल शर्मा, रवि कुशवाह, अमित परिहार, जितेन्द्र त्यागी, धर्मेन्द्र शर्मा और अनंतराम शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही। यह भी पढ़ें
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मोहनलाल को एेसे ठगामोहनलाल के पास एचडीएफसी की कुछ पॉलिसियां थीं। वर्ष २०१५ में पॉलिसी के मैच्योर के लिए उन्हें फोन आना शुरू हुए। ठगों ने बताया उनकी विदेशी कंपनी है ३ साल में डबल करके देंगे। बातों में आकर उन्होंने २०१७ तक २ करोड़ ५७ लाख रुपए फर्मों में जमा किए।
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कॉल सेंटर में काम कर टारगेट फिक्स
ठगों ने खुलासा किया इस ठगी के धंधे में उतरने से पहले वह दिल्ली के कॉल सेंटर में नौकरी करते थे। वहीं से लोगों की बीमा संबधी जानकारी जुटाई।
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दिल्ली में पकड़े गए थे: ठगी के धंधे में रोहित वर्ष २०१६ में भी गिरफ्तार हो चुका है। लेकिन जेल से आकर दोबार ठगी शुरू कर दी। इसने कई एजेंट जोड़ रखे हैं जो लोगों को कॉल करके फंसाते थे। इन्होंने २०१५ से ठगी का धंधा शुरू किया।
ठगों का बायोडाटा
रोहित उर्फ सिद्धार्थ (२७) : इसके पिता देवेन्द्र कुमार मिश्रा दिल्ली में सरकारी विभाग में अच्छे पद पर है। रोहित ने मार्केटिंग में एमबीए किया है। अंकुर तोमर(२२) : इसने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम किया है। अच्छे परिवार से है। अंकुर के नाम से पावर इफेक्ट फर्म थी।
रोहित उर्फ सिद्धार्थ (२७) : इसके पिता देवेन्द्र कुमार मिश्रा दिल्ली में सरकारी विभाग में अच्छे पद पर है। रोहित ने मार्केटिंग में एमबीए किया है। अंकुर तोमर(२२) : इसने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम किया है। अच्छे परिवार से है। अंकुर के नाम से पावर इफेक्ट फर्म थी।