मामले को दबाने का प्रयास
गणेश कॉलोनी में जहां घटना हुई वह रहवासी क्षेत्र है और आसपास घर बने हुए हैं। निगम से गिर्राज किशोर गोयल ने परमिशन तो ली थी लेकिन वह सिर्फ भवन बनाने की थी, बैसमेंट की किसी प्रकार की परमिशन नहीं ली थी। लेकिन मौके पर बैसमेंट बनाया जा रहा था, जिसके कारण ही यह घटना हुई। वहीं गिर्राज किशोर गोयल के भांजे संदीप जैन के अनुसार यहां बैसमेंट नहीं बनाया जा रहा था। लेकिन प्लाट की खुदाई देखकर साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां पर बैसमेंट बन रहा था। संदीप जैन पूर्व खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के बहुत करीबी हैं और यही कारण है कि निगम और पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मामले को दबाने का प्रयास कर रहा था।
रहवासियों ने हादसे की जताई थी आशंका
गिर्राज किशोर गोयल के द्वारा जो भवन बनाया जा रहा था उसमें बैसमेंट के लिए खुदाई की जा रही थी। आलम यह था कि खुदाई इतना अधिक हो गई थी कि आसपास के जो घर बने हुए थे उनकी नींव से भी नीचे खुदाई हो गई थी। इस पर रहवासियों ने दुघर्टना की आशंका भी जताई थी। स्थिति यह है कि यहां अगर इसे भरा नहीं गया तो कभी भी कोई भी हादसा हो सकता है।
विधायक के हस्तक्षेप का मामला
सूत्रों के अनुसार भवन परमिशन की फाइल क्षेत्रीय विधायक के कहने पर ही की गई थी। इसके अलावा कार्रवाई न करने के लिए भी विधायक ने ही हस्तक्षेप किया था। इस मामले में विधायक प्रवीण पाठक से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।
संदीप माकिन, निगमायुक्त