मंगलवार को केन्द्रीय वनमंत्री एक दिवसीय दौरे पर श्योपुर पहुंचे थे। वे रात में जंगल रिसोर्ट में रुके और सुबह कूनो नेशनल पार्क में स्टीयरिंग कमेटी और प्रोजेक्ट से जुड़े अन्य अधिकारियों की बैठक ली। इसके अलावा उन्होंने विस्थापित हो रहे गांवों के ग्रामीणों से भी बात की। विस्थापन से संबंधित ग्रामीणों की समस्या को लेकर वनमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जमीन-घर या राशि दोनों विकल्पों को चुनने वाले किसी भी ग्रामीण को समस्या नहीं होनी चाहिए।
3 चीतों की मौत से चिंता
केन्द्रीय वनमंत्री ने कहा कि नेशनल पार्क में तीन वयस्क और तीन शावकों की मौत हुई है। इसके बाद हम अलर्ट मोड पर हैं। प्रोजेक्टर को लेकर हम चिंता कर रहे हैं। नामीबिया और साउथ अफ्रीका के चीता विशेषज्ञों से मिलकर इस संबंध में बात की है। चीतों के स्वास्थ्य की जानकारी ली है। अभी सभी चीता स्वस्थ हैं और जो खुले में हैं उनकी भी लगातार ट्रैकिंग की जा रही है। अन्य चीतों को भी खुले बाड़े में छोडऩे के लिए चरणबद्ध तरीके से काम चल रहा है।