दुकानदार 270 रुपए में यूरिया खाद बेच रहे हेै। जबकि निर्धारित मूल्य 269.50 रुपए है। हालांकि प्रशासन ने यूरिया की किल्लत को देखते हुए और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कृषि विभाग और राजस्व विभाग के कर्मचारियों की निगरानी में बंटवा रहे है साथ ही दुकानें भी चिन्हित की है जहां से यूरिया खाद बंटवाया जा रहा है। गुरुवार को यूरिया खाद लेने के लिए लम्बी लाइन लगी थी और किसान अपनी बारी आने का इंतजार करते देखे गए।
कृषि विभाग के मुताबिक अभी डबरा ब्लॉक में यूरिया का स्टॉक 950 टन है जबकि वर्तमान में बोई फसल रकवानुसार 2 हजार टन यूरिया की और आवश्यकता है। बावजूद इसके किसानों को लाइन लगाकर दिनभर परेशान होकर मात्र दो-दो बोरे ही मिल पा रहे है। डबरा ब्लॉक में अभी तक गेहूं की बुवाई 38700 हैक्टेयर में हो चुकी है जो कि कृषि विभाग को दिए गए लक्ष्य 37300 से ज्यादा हो गई है। पर अब यूरिया का संकट बना है समय पर नहीं मिलने से खड़ी गेहूं की फसल के खराब होने का संकट मंडरा रहा है। हालांकि कृषि विभाग का कहना है कि पर्याप्त खाद है और जिन दुकानों पर लाइन लग रही है वहां बाहरी किसान आ रहे है और अपने रिशतेदारों के खाते की किताब लगाकर यूरिया खाद ले रहे है।
चंद्रभान,किसान