उसैध घाट पुल का निर्माण फिर से होगा शुरू
ग्वालियरPublished: Feb 04, 2021 12:24:35 am
मुरैना. दो राज्यों को जोडऩे वाले चंबल नदी के उसैद-पिनाहट घाट पर पक्के पुल निर्माण की एक बार फिर उम्मीद जागी है। दो साल से बद पड़े काम को शुरू कराने के लिए 90 करोड़ रुपए का प्रावधान राज्य सरकार ने किया है। विधानसभा चुनाव 2018 के बाद 10 स्पॉन का अधूरा काम छोड़कर काम बंद करवा दिया गया था।
उसैध घाट पुल का निर्माण फिर से होगा शुरू
उसैदघाट से अंबाह, दिमनी, पोरसा के अलावा भिण्ड के गोरमी, गोहद और मेहगांव तक के लोग उत्तरप्रदेश के बाह, जैतपुर, आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा और दिल्ली जाने के लिए यह शॉर्टकट मार्ग उपयोग करते हैं। अक्टूबर से जून तक तो पीपों का पुल आवागमन का माध्यम रहता है और उसके बाद स्टीमर चलता है। लेकिन इससे व्यापारिक वाहनों का आना-जाना नहीं हो पाता है। भाजपा शासनकाल में काम शुरू होने के बाद प्रदेश में सरकार बदलने पर कांग्रेस से निर्वाचित विधायक कमलेश जाटव ने काम के तौर-तरीकों से नाराज होकर शिकायत की थी और पूर्व की कंपनी का ठेका रद्द कर दिया था। लेकिन बाद में जाटव भाजपा में आ गए और अब नए सिरे से पुल निर्माण की कवायद की जा रही है। गुजरात की एक कंपनी को 90 करोड़ की लागत से तीन साल में काम पूरा करने का ठेका दिया गया है।
बाढ़ से सुरक्षित रहेगा
700 मीटर लंबे पक्के पुल के लिए पूर्व की निर्माण एजेंसी से 10 कुएं बना दिए थे। नई कंपनी को चार और बनाने पड़ेंगे। कुल 14 स्पॉन बनाए जाएंगे। पूर्व में बने कुएं 25-30 मीटर तक तक को नीचे जा चुके हैं, 50 फीट तक और नीचे ले जाए जाएंगे। 12 मीटर चौड़ा यह पुल 25 मीटर ऊंचा भी होगा। जिससे बाढ़ के दौरान भी यातायात रोकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। पीडब्ल्यूड ब्रिज कार्यपालन यंत्री मोहर सिंह जादौन के अनुसार काम शीघ्र शुरू होगा और 2023 तक पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा।