कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम पर मुुंबई टीम के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी को चुना। कप्तान के इस निर्णय पर बल्लेबाज खरे नहीं उतर सके। सुदेव (48) और प्रगेश (36) के अलावा कोई भी बल्लेबाज दोहरे अंक की पारी नहीं खेल सका। विदर्भ की ओर से मंधार ने 4, रोहित ने 3 और हर्ष ने 2 विकेट लिए। इस आसान लक्ष्य को देखकर लगा रहा था कि विदर्भ आसानी से जीत हासिल कर लेगा, लेकिन मुंबई के गेंदबाजों ने खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। 42 पर 6 विकेट खो संघर्ष कर रही विदर्भ टीम को प्रितेश (38) और श्रीयोग (40) ने संवारा। जब तक यह जोड़ी विकेट पर थी, तब लग रहा था कि विदर्भ जीत हासिल कर लेगी, लेनिक इस जोड़ी के आउट होते ही पूरी टीम 44.1 ओवर में 134 रन बनाकर सिमट गई। मुंबई की ओर से गेंदबाजी करते हुए आर्यन ने 4, धनित ने 3 और राजेश ने 2 विकेट लिए।
तमिलनाडु चार विकेट से जीता
एमपीसीए के नवनिर्मित स्टेडियम पर खेले गए मैच में तमिलनाडु ने छत्तीसगढ़ को 4 विकेट से हरा दिया।
तमिलनाडु कप्तान ने टॉस जीतकर पहले छत्तीसगढ़ टीम को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। कप्तान का यह उस समय गलत साबित नजर आया जब गेंदबाज छत्तीसगढ़ को बड़ा स्कोर बनाने से नहीं रोक पाए। आयुष (129) की बेहतरी शतकीय पारी और आलोक साहू की 67 रन की अर्धशतकीय पारी बदौलत छत्तीसगढ़ ने 50 ओवर में 3 विकेट खोकर 263 रन का स्कोर खड़ा किया। तमिलनाडु की ओर से गेंदबाजी करते हुए निर्मल ने 3 विकेट लिए।
जवाब में खेलने उतरी तमिलनाडु टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। पहला विकेट तो मात्र एक रन के स्कोर पर ही आउट हो गए। 66 रन पर चार विकेट खो चुकी तमिलनाडु को पांचवें विकेट की साझेदारी ने संवारा। अरुण ने 136 की शतकीय पारी आर नारायण ने 83 रन की बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेलकर टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया। 236 रन के स्कोर पर यह जोड़ी टूटी। इसके बाद एफ खान और निर्मल ने टीम को जीत के लक्ष्य तक पहुंचा दिया। तमिलनाडु ने 45.4 ओवर में 6 विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल कर लिया। छत्तीसगढ़ की ओर से वासुदेव व रोहन ने 2-2 और आयुष व विजय ने 1-1 विकेट लिया।