जवाब में खेलने उतरी हरियाणा की शुरुआत अच्छी नहीं रही। मप्र के तेज गेंदबाज तिरुपेश ने पहले ही ओवर में प्रारंभिक बल्लेबाज निहाल और जयंत तो बिना खाता खोले ही पवेलियन लौटाकर बड़ी सफलत दिलाई। मप्र की ऐसी शुरुआत देखकर लग रहा था कि मप्र जीत के क्रम को बरकरार रखेगी, लेकिन सागर दाहिया ने एक छोर पर टिककर हरियाणा की जीत की उम्मीदों को बरकरार रखा। हालांकि सागर को कोई भी बल्लेबाज साथ नहीं दे पा रहा था और नियमित अंतराल पर हरियाणा के विकेट गिरने का क्रम जारी था। 81 रन पर पांच विकेट खो चुकी हरियाणा को सागर ने 100 के पार पहुंचाया। मप्र के मुसीबत बने सागर को तिरुपेश ने आउट कर बड़ी सफलता दिलाई। सागर 63 रन की अर्धशतकीय पारी खेलकर आउट हुए। इसके बाद 134 रन पर लगातार दो विकेट खोने के बाद हरियाणा फिर से मुसीबत में आ गई और मप्र की विजयी उम्मीद फिर पैदा हो गई। लेकिन आठवें विकेट के लिए विवेक और अनुज ने धीरे-धीरे रन जोडकऱ टीम को विजयी लक्ष्य तक पहुंचाया और मप्र के हाथ आई जीत फिसल गई। मप्र की ओर से गेंदबाजी करते हुए तिरुपेश ने 4, ईशान, विक्रांत, शहीद ने 1-1 विकेट लिए।