4 महीने में 2500 से ज्यादा बदले गए कारबेटर, हर दिन हो रहे प्लग शॉर्ट, कारण बना इथेनॉल मिला पेट्रोल
ग्वालियरPublished: Jan 10, 2023 11:46:42 pm
-पेट्रोल में मिलावट की तकनीकी गड़बड़ कर रही वाहन खराब
-ब्लेंड की बजाय डोपिंग करके भेजा जा रहा डिपो से पेट्रोल
-शहर में प्रतिदिन दस हजार लीटर पेट्रोल की खपत
-हर दिन वाहनों की टंकी से निकालना पड़ रहा आठ से दस लीटर पानी


4 महीने में 2500 से ज्यादा बदले गए कारबेटर, हर दिन हो रहे प्लग शॉर्ट, कारण बना इथेनॉल मिला पेट्रोल
श्योपुर। शहर और अंचल में एथेनॉल मिले पेट्रोल से बीते 4 महीने में 2500 से ज्यादा कारबेटर बदले जा चुके हैं। हर दिन प्लग शॉर्ट होने की समस्या भी सामने आ रही है। शहर के वाहन मैकेनिक वाहनों मेें आ रही इस खराबी की वजह पेट्रोल को में मिलाए जा रहे एथेनॉल को मान रहे हैं। मैकेनिकों का कहना है कि हर दिन टंकियों से सात से आठ लीटर पानी निकालना पड़ रहा है। वजह यह है कि थोड़ा सा भी मॉइश्चर टंकी में जाता है तो पेट्रोल में मिला एथेनॉल पानी में बदल जाता है। यह पेट्रोल कारबेटर में पहुंचकर एल्यूमिनियम के साथ रियेक्शन करके परत जमा रहा है, जिसकी वजह से कारबेटर भी खराब हो रहे हैं। इस मामले में पेट्रोल पंप संचालक सामने आकर कुछ भी नहीं कहना चाहते लेकिन यह स्वीकार रहे हैं कि डिपो से आ रहे पेट्रोल में एथेनॉल की ब्लैंडिंग सही तरीके से नहीं हो रही जिसकी वजह से ज्यादा समस्या आ रही है। अगर सही ब्लैंडिंग हो तो 80 फीसदी तक वाहनों की समस्या कम हो जाएगी।