ग्राम जखनी को मिला जल ग्राम को दर्जा
ग्वालियरPublished: Dec 06, 2019 07:58:20 pm
. जल के बिना जीवन की कल्पना करना संभव नहीं है। इसकी भयावह स्थिति बुंदेलखंड में देखी जा सकती है।
ग्राम जखनी को मिला जल ग्राम को दर्जा
ग्वालियर . जल के बिना जीवन की कल्पना करना संभव नहीं है। इसकी भयावह स्थिति बुंदेलखंड में देखी जा सकती है। आने वाले कल को सहेजने के लिए जल को बचाना बहुत जरूरी है। यह प्रसन्नता का विषय है कि आरएल हास्पिटल द्वारा चिकित्सा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य किया जा रहा है। यह बात एडीजी राजाबाबू सिंह ने आरएल हास्पिटल द्वारा आयोजित पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम के साथ नेत्र शिविर में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। राजा बाबू ने कहा कि मेरे गृहग्राम जखनी में जल संरक्षण के लिए कार्य किया गया। इसे नीति आयोग भारत सरकार द्वारा जल ग्राम घोषित किया गया। जल व पर्यावरण संरक्षण के लिए इसी तरह के कार्य होने चाहिए। उन्होंने कहा कि मानव जीवन को निरोगी बनाना है, तो क्षेत्र को पॉलीथिन मुक्त क्षेत्र करने के साथ-साथ जल संरक्षण व पौधारोपण करना पड़ेगा। इस अवसर पर डॉ. विवेक कुमार मिश्रा, दीपक तिवारी सहित अन्य स्टाफ उपस्थित रहा।
डिप्रेशन से बचने के लिए पढ़ें गीता
पद्मा विद्यालय में गीता सप्ताह के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताएं हुईं। इसमें गीता स्लोक गायन प्रतियोगिता में साक्षी कुशवाह ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार वाद विवाद त, निबंध एवं चित्रकला में छात्राओं ने गीता का संदेश दिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय गृहामंत्री डॉ. विष्णु नारायण तिवारी एवं विशिष्ट अतिथि डाइट के व्याख्याता ओम प्रकाश दीक्षित उपस्थित रहे। अध्यक्षता संस्था के प्राचार्य अशोक कुमार श्रीवास्तव ने की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अतिथि ने कहा कि जो छात्र गीता का अध्ययन करते हैं, वे कभी डिप्रेशन के शिकार नहीं होते।