344 सेंटर बनाए गए हैं
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लगाए जा रहे टीके के लिए प्रदेश स्तर महाअभियान चलेगा। इसके लिए ग्वालियर में 344 सेंटर बनाए गए हैं। इनमें कोविड के पहले डोज से लेकर बूस्टर डोज तक लगेगा। स्वास्थ्य विभाग का कहना है, जिन लोगों को अभी तक वैक्सीनेशन नहीं हुआ है, वह भी बुधवार को सेंटर पर आकर वैक्सीन लगवा सकते हैं। शहर में 196 और ग्रामीण में 148 केन्द्र पर टीके लगेेंगे। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया, इस दौरान 12 से 14, 15 से 17 साल तक के बच्चों का भी वैक्सीनेशन होगा।
बदलते मौसम ने बढ़ाया वायरल, तीन गुना हुई मरीजों की संख्या
प्रदेश की राजधानी में बारिश और बदलते मौसम के बाद अब वायरल के मामले बढ़ रहे हैं। जेपी, हमीदिया अस्पताल और एम्स में आने वाला हर तीसरा मरीज सर्दी, जुकाम, पेट की समस्या और बुखार से पीड़ित है। पिछले तीन दिन से मरीजों की संख्या में तीन गुना तक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पहले जहां ओपीडी में 50 मरीज वायरल के आते थे, वे अब दो सौ के लगभग हो गए हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि वातावरण में नमी होने के कारण बैक्टीरिया और वायरस सक्रिय हो जाते हैं, जो लंबे समय तक बने रहते हैं। ऐसे में डॉक्टर्स ने लोगों को सलाह दी कि बारिश में भीगने से बचें, बाहर के खाने से कुछ समय दूर रहें।
जेपी अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि सिरदर्द, जोड़ों का दर्द, आंखों का लाल होना, माथे पर तेज गर्माहट महसूस होना, उल्टी-दस्त होना, ठंड और कंपकंपी लगना, सर्दी-जुकाम, नाक बहना, सिरदर्द, बदनदर्द, उल्टी या डायरिया आदि वायरल के लक्षण हैं। आमतौर पर वायरल के मरीज 3 से 5 दिन में ठीक हो जाते हैं लेकिन अब आठ से नौ दिन में ठीक हो रहे हैं। लगातार हो रही बारिश में जरूरी होने पर ही बाहर निकलें। बार-बार बारिश में भीगने से बचें।