लता के गानों को दी आवाज
ग्वालियरPublished: Sep 30, 2019 12:43:26 am
भारत रत्न लता मंगेशकर का 90वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में संगीत संध्या आयोजित।
ग्वालियर. मैं का करूं राम मुझे बुड्ढा मिल गया… : कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए अजय तायल ने तुम्हे याद करते-करते… सुनाकर खूब तालियां बटोरीं। अवसर था भारत रत्न लता मंगेशकर का 90वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में श्यामा म्यूजिकल ग्रुप की ओर से आयोजित संगीत संध्या का। इस अवसर पर मेंबर्स ने लता के गानों को आवाज दी। कार्यकम की शुरुआत सुधा रावत ने अल्लाह तेरो नाम… भजन से की। इसके बाद संजय धूपर ने सत्यम शिवम सुंदरम्… पेश कर कार्यक्रम के गायकी के उत्कृष्ट स्तर को साबित किया। इसके बाद की कड़ी में जीतेन्द्र कुमार ने लो आ गई उनकी याद… से लता के दर्दीले गीत को बखूबी गाया।
इसके बाद मिथुन करोसिया ने नैना बरसे… राजेंद्र बोजेवार ने यह जिंदगी उसी की है…, सीमा खंडेलवाल ने मैं का करूं राम मुझे बुड्डा मिल गया… पेश किया।
स्वाति परमार ने गीत बहारो मेरा जीवन सवारों… ने सभी के दिलों तक दस्तक दी। मंच पर आए ब्रजेश खरे ने जो हमने दास्तान अपनी सुनाई… पेश किया, तो फि ल्म वह कौन थी के गीत बरबस याद हो उठे।
इसी क्रम में अक्षय प्रधान, अनूप जैन, पूनम देवनाथ, मनाली देवनाथ, यतीन्द्र जैन, रेखा गोयल, मंगलेश शर्मा, अभिलाषा सक्सेना, नीलू माहेश्वरी, वैशाली धूपर, गोपाल शर्मा ने भी अपने सुरों का जलवा बिखेरा। इस अवसर पर लता मंगेशकर की वर्षगांठ पर केक भी काटा गया। श्यामा म्यूजिकल ग्रुप के संचालक संजय धूपर ने बताया कि 13 अक्टूबर को किशोर कुमार पुण्यतिथि के अवसर पर भी ग्रुप के सदस्यों द्वारा संगीत संध्या ‘एक रास्ता है जिंदगी’ का आयोजन किया जाएगा।