चुनाव से पहले मायावती को झटका,बसपा का दिग्गज नेता कांग्रेस में शामिल
चुनाव से पहले मायावती को झटका,बसपा का दिग्गज नेता कांग्रेस में शामिल
ग्वालियर। लोकसभा चुनाव में अब कुछ दिन ही शेष बचे हुए है। ऐसे में भाजपा,बसपा और प्रदेश की कांग्रेस सरकार हर हाल में यह चुनाव जीतना चाहती है। लेकिन इस चुनाव से पहले बसपा के दिग्गज नेता ने पार्टी का साथ छोडकऱ उसकी मुश्किल बढ़ा दी है। हालांकि बसपा ने अपना प्रत्याशी बदल दिया है लेकिन उससे पहले पार्टी के इस दिग्गज नेता का इस तरह से पार्टी छोडऩा पार्टी के तमाम दिग्गजों को रास नहीं आ रहा है। वहीं कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं व नेताओं में खुशी का महौल बना हुआ है।
दरअसल बसपा नेता वृंदावन सिंह सिकरवार ने सोमवार को अपने पुत्र जिला पंचायत उपाध्यक्ष मानवेंद्र सिंह गांधी के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए। जिला कांग्रेस के प्रवक्ता राजेंद्र यादव ने बताया कि जिलाध्यक्ष राकेश मावई के साथ सिकरवार ने दिल्ली में कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष सोमवार की शाम उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली। कांग्रेस से बगावत कर 2014 में बसपा का दामन थामने वाले सिकरवार के पुत्र गांधी विधानसभा चुनाव 2018 सुमावली से बसपा के टिकट पर लड़े थे। बताया जा रहा था कि बसपा की ओर से इस बार उन्हें लोकसभा का टिकट मिलना था लेकिन पार्टी ने उन्हें नहीं दिया।
जब पार्टी ने मुरैना से दूसरा प्रत्याशी उतारने का फैसला लिया तब भी उनका नाम दौड़ में शामिल था लेकिन फिर भी उन्हें टिकट नहीं दिया गया। जिसके बाद उन्होंने अपने कई समर्थकों के साथ कांग्रेस को जॉइन कर लिया है। वहीं उनके कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी को लोकसभा चुनाव में फायदा मिल सकता है। कांग्रेस ने मुरैना से जहां पांच बार के विधायक और दिग्गज नेता रामनिवास रावत को मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को मैदान में उतारा है।
पिता पुत्र लड़ चुके है लोकसभा और विधानसभा चुनाव बता दें कि वृंदावन सिंह सिकरवार वर्ष 2014 में बहुजन समाज पार्टी से मुरैना से लोकसभा का चुनाव लड़े थे। सिकरवार ने इस चुनाव में भाजपा के अनूप मिश्रा के मुकाबले 2 लाख 42 हजार 586 वोट हासिल किए थे। हालांकि वे चुनाव नहीं जीत सके लेकिन उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. गोविंद सिंह को 1 लाख 84 हजार 253 वोट लेकर तीसरे नंबर पर धकेल दिया था। वहीं वर्ष 2018 के विधानसभा चुनावों में वृंदावन सिंह ने सुमावली विधानसभा से अपने बेटे व जिपं उपाध्यक्ष मानवेंद्र गांधी को चुनाव लड़ाया। इस चुनाव में भी बसपा प्रत्याशी मानवेंद्र गांधी 31 हजार से अधिक वोट लेकर विधानसभा चुनावों में तीसरे नंबर पर रहे थे। कुल मिलाकर अब कांग्रेस में पिता पुत्र के शामिल होने से पार्टी को इस चुनाव में कुछ फायदा भी मिल सकता है।