इस बार उसकी पिन प्वाइंट सूचना मिलने पर खण्डवा से धर लिया।
केनरा बैंक की विश्वविद्यालय ब्रांच का वांटेड मैनेजर सचिन सोनी पकड़ा गया है। सचिन पर आरोप है कि उसने पांच साल पहले फर्जी नामों से लोन के आवेदन तैयार किए थे। उनके जरिए १8 करोड़ की ठगी की थी। जब लोन की रिकवरी नहीं हुई तो बैंक ने पड़ताल की।
केनरा बैंक की विश्वविद्यालय ब्रांच का वांटेड मैनेजर सचिन सोनी पकड़ा गया है। सचिन पर आरोप है कि उसने पांच साल पहले फर्जी नामों से लोन के आवेदन तैयार किए थे। उनके जरिए १8 करोड़ की ठगी की थी। जब लोन की रिकवरी नहीं हुई तो बैंक ने पड़ताल की।
उसमें पता चला जिन लोगों के नाम से लोन पास हुए हैं उनका अता पता नहीं है। उनकी आईडी फर्जी हैं। इसमें सचिन सोनी की भूमिका शामिल थी। राज खुलने पर सचिन फरार हो गया। उसकी तलाश में पुलिस ने प्रदेश के कई शहरों में दविश दी। लेकिन आरोपी उसके हाथ नहीं लग रहा है। कुछ समय पहले सचिन की लोकेशन महाराष्ट््र में मिली थी। इसलिए टीम वहां गई, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले सचिन ठिकाना छोड गया था।
किशोर नगर में घर पर मिला
दो दिन पहले उसके बारे में इनपुट मिला कि सचिन खण्डवा में किशोरनगर के घर में है। इस पर वहां दविश दी। सचिन को आभास नहीं था पुलिस आ सकती है। इसलिए बेफ्रिक था। रेड कर पुलिस ने उसे राउंडअप कर लिया। एएसपी राजेश दंडौतिया ने बताया आरोपी से पूछताछ में पता चलेगा कि उसने किस तरह फर्जी आइडी का इंतजाम किया था। ठगी में उसके साथ कौन लोग शामिल थे। उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
किशोर नगर में घर पर मिला
दो दिन पहले उसके बारे में इनपुट मिला कि सचिन खण्डवा में किशोरनगर के घर में है। इस पर वहां दविश दी। सचिन को आभास नहीं था पुलिस आ सकती है। इसलिए बेफ्रिक था। रेड कर पुलिस ने उसे राउंडअप कर लिया। एएसपी राजेश दंडौतिया ने बताया आरोपी से पूछताछ में पता चलेगा कि उसने किस तरह फर्जी आइडी का इंतजाम किया था। ठगी में उसके साथ कौन लोग शामिल थे। उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।