अभी तक जिले के सभी नगरीय निकायों में से सिर्फ पिछोर के प्रत्याशियों ने व्यय लेखा बताया है। डबरा, बिलौआ, आंतरी और भितरवार के प्रत्याशियों की जानकारी आना बाकी है। जबकि नगर निगम के 66 वार्ड और महापौर के लिए चुनाव में उतरे 364 प्रत्याशियों में से सिर्फ 114 ने ही चुनाव खर्च की जानकारी निर्वाचन विभाग को दी है। अभी 250 प्रत्याशियों ने खर्च का हिसाब नहीं दिया है। व्यय लेखा समिति के नोडल अधिकारी ने खर्च न देने वाले प्रत्याशियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था, लेकिन इसका खास असर नेताओं पर नहीं पड़ा है।
10 अगस्त तक यह है नगर निगम की स्थिति
– महापौर के 7 प्रत्याशियों में से 4 ने व्यय लेखा दिया है। 3 का आना बाकी है।
– वार्ड-1 से 11 तक 50 प्रत्याशियों में से 8 ने व्यय लेखा दिया है, 42 बाकी हैं।
– वार्ड-12 से 22 तक 68 प्रत्याशियों में से 20 ने लेखा दिया है, 48 बाकी हैं।
– वार्ड-23 से 33 तक 56 प्रत्याशियों में से 21 ने लेखा दिया है, 35 बाकी हैं।
– वार्ड-34 से 44 तक 66 प्रत्याशियों में से 11 ने लेखा दिया है, 55 बाकी हैं।
– वार्ड-45 से 55 तक 60 प्रत्याशियों में से 26 ने लेखा दिया है, 34 बाकी हैं।
– वार्ड-56 से 66 तक 57 प्रत्याशियों में से 24 ने लेखा दिया है, 33 बाकी हैं।
संयुक्त संचालक-कोष एवं लेखा सह नोडल अधिकारी, व्यय लेखा स्थानीय निर्वाचन योगेन्द्र सक्सेना ने बताया कि सभी प्रत्याशियों को समय पर व्यय लेखा जमा न कराने पर नोटिस पहले ही जारी किए जा चुके हैं। अब सभी के पास 16 अगस्त तक का समय है। 10 अगस्त तक नगर निगम के 364 प्रत्याशियों में से 114 ने ही लेखा जमा कराया है।