स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 को लेकर नगर निगम कमिश्नर ने एक दर्जन से अधिक बैठकें लीं और अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की। सभी वार्डों में मॉनीटर बनाए गए, जिन्हें वार्ड की सभी जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके अलावा इन्हें वार्ड स्तर पर कचरा कलेक्शन गाडिय़ों का रूट भी तय करना था, लेकिन मॉनीटर रूट तय नहीं कर पाए हैं। ऐसे में सभी वार्डों में समय पर गाड़ी पहुंचने का मामला अटक गया है।
कंपनी द्वारा अभी तक 48 वार्डों में ही कचरा परिवहन किया जा रहा है। जहां तक रूट निर्धारित करने की बात है तो यह पूरे शहर में होना है, इसलिए समय लग रहा है। अभी 50 प्रतिशत काम हो चुका है।
श्रीकांत कांटे, नोडल अधिकारी