प्रदेश सहित आसपास के जिलों में भले ही बारिश अधिक होने से हाल बेहाल हों, लेकिन ग्वालियर में अभी भी बारिश की स्थिति अच्छी नहीं है। शहर की प्यास बुझाने वाले तिघरा में अभी तक सिर्फ 3.5 फीट पानी ही आया है, जिसमें से डेढ़ फीट पानी गत दिवस हुई बारिश के बाद बढ़ा है। उस समय तिघरा का जलस्तर 730.45 था जो सोमवार को बढकऱ 732 फीट पहुंच पर गया। तिघरा डैम की कुल क्षमता 740 फीट की है, लेकिन 738 फीट पर जल स्तर पहुंचने के बाद गेट खोल दिए जाते हैं।
पिछले दिनों ककेटो से तिघरा को मिला था पानी
इस बार देखा जाए तो गत वर्ष की तुलना में हालात अधिक खराब है। अगर ककेटो से तिघरा में पानी नहीं छोड़ा गया होता तो स्थिति बिगड़ सकती थी। तिघरा के केचमेंट एरिया में बारिश सही ढंग से नहीं होने के कारण जलस्तर में कोई खास अंतर नहीं आया है। इस सीजन में महज 15 से 20 दिन ही शेष हैं ऐसे में अगर बारिश नहीं हुई तो जो 6 फीट खाली है वह भी भरना मुश्किल हो जाएगा।
गेट खुलने का इंतजार
तिघरा का जलस्तर 738 फीट पहुंचने के बाद गेट खोल दिए जाते हैं। शहरवासियों को तिघरा के गेट खुलने का बेसब्री से इंतजार है। गत वर्ष भी कम वर्षा के कारण बांध नहीं भर सका और गेट नहीं खुले थे, लेकिन इस बार लोग उम्मीद लगा रहे थे कि ककेटो से पानी आने के कारण जलस्तर अधिक है और सिर्फ 6 फीट ही खाली है ऐसे में इस बार गेट खुलेंगे, लेकिन अभी तक अच्छी बारिश नहीं हुई है, जिसके कारण तिघरा में पानी नहीं पहुंचा है। अगर कैचमेंट एरिया में 50 से 60 मिमी बारिश भी हो गई तो जलस्तर बढ़ते ही डैम के गेट दिए जाएंगे।
सितंबर में खुले थे गेट
तिघरा में गत वर्ष 1 सितंबर से 7 सितंबर के बीच 6 बार गेट खुले थे। जबकि इससे पहले 2013-14 में गेट खुले थे। इस बार भी गेट खुलने की उम्मीद है। तिघरा के गेट खुलने पर शहर से बड़ी संख्या में सैलानी यह नजारा देखने पहुंचते हैं। इस दौरान यहां पिकनिक मनाने वालों की संख्या में भी इजाफा होता है।
कैचमेंट में अच्छी बारिश का इंतजार
&तिघरा का जलस्तर 732 फीट पर पहुंच गया है अभी भी 6 फीट खाली है। सांक नहर से पानी आया है दूसरी नहर से भी पानी आ जाता तो जलस्तर और बढ़ जाता। कैचमेंट में एक दो दिन अच्छी बारिश हो जाए तो तिघरा पूरा भर जाएगा।
संतोष तिवारी, प्रभारी तिघरा डैम, जल संसाधन विभाग