परिषद की बैठक में दो दिन छोड़कर पानी देने पर चर्चा हुई थी। अगर दो दिन छोड़कर पानी देने का निर्णय निगम कर पाती है तो अगले साल नवंबर माह तक पानी की पूर्ति की जा सकती है। इसके लिए निगम कोर्ट में जाने की तैयारी भी कर रही है। सोमवार को महापौर विवेक शेजवकर ने ककेटो बांध पहुंचकर पंपिंग मशीन का बटन दबाकर शुरू की। इस दौरान सभापति राकेश माहौर, निगमायुक्त विनोद कुमार शर्मा, एमआईसी सदस्य सतीश बोहरे, धर्मेन्द्र राणा, धर्मेन्द्र सिंह गुडडू तोमर, खेमचंद गुरवानी, नीलिमा शिन्दे, जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता एनपी कोरी, अधीक्षण यंत्री आरएलएस मौर्य, आरएन करैया, एके सिंघल, जलसंसाधन विभाग के एसडीओ राजेश मिश्रा आदि मौजूद रहे।
* पानी पंपिंग के दौरान निरीक्षण के लिए नगर निगम, जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों का दल भ्रमण कर कार्य की मॉनीटरिंग करेगा।
* कैकेटो डेम पर पंपिंग के दौरान लाइट की व्यवस्था के लिए निगम की ओर से सोलर पैनल द्वारा जा रही है। इसके साथ ही सुरक्षा के लिए भी पुलिस अधीक्षक से चर्चा कर व्यवस्था की जा रही है।
* जलसंसाधन विभाग के सहयोग के लिए निगम के अधिकारियों को भी पंपिग के दौरान तैनात किया गया है।
तिघरा तक पानी पहुंचने पर यह होगा पानी का गणित७२१ फीट है तिघरा का वर्तमान वाटर लेवल, 1273 एमसीएफ टी पानी उपलब्ध है तिघरा में 1200 एमसीएफटी पानी के मिल जाने से २४७३ पानी बचेगा इससे करीब 30 प्रतिशत 741 पानी बांध के लीकेज और सीपेज में चला जाएगा। 238 एमसीएफटी पानी डेड स्टोरेज में जाने से शहर के लिए कुल बचा १४९४ एमसीएफटी पानी मिलेगा शहर को एक दिन छोड़कर 229 दिन 18 जून2018 तक पानी मिलेगा। दो दिन छोड़कर 373 दिन 21 नवंबर 2018 तक पानी मिलेगा।