नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा के मंदिर में प्रवेश को लेकर बयान को झुठलाने के आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने बुधवार को राज्यसभा में भारी हंगामा किया, जिससे प्रश्नकाल नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए तीसरी बार स्थागित कर दी गई।
सभापति हामिद अंसारी ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने की घोषणा की वैसे ही कांग्रेस के सदस्य आसन के समक्ष आ गए और ‘संविधान का अपमान बंद करो’ के नारे लगाने लगे। दो बार के स्थगन के बाद अंसारी ने 12 बजे सदन में प्रश्नकाल शुरू करना चाहा तो कांग्रेस के सदस्यों का हंगामा आरंभ हो गया।
सभापति उनसे बार-बार अपनी अपनी सीटों पर जाने का अनुरोध करते रहे लेकिन सदस्य आसन के सामने नारे लगाते रहे। इस बीच संसदीय कार्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कुछ कहना चाहा जो सुना नहीं जा सका।
इसी दौरान उन्होंने कुमारी सैलजा का मंदिर में प्रवेश को लेकर दिया गया बयान भी पढ़ा। बार-बार के अनुरोध के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं होते देख अंसारी ने सदन की कार्यवाही 12 बजकर तीन मिनट पर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले शून्यकाल में भी इसी मुद्दे को सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित की गई थी।
इससे पहले वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि सत्र के पहले तीन दिन तक अच्छी चर्चा हुई है लेकिन कांगेस के एक नेता ने गुजरात के एक मंदिर में जाति आधारित भेदभाव को लेकर आपत्ति व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि उक्त नेता ने लिखित में भगवान कृष्ण के दर्शन को लेकर प्रशंसा की है। इसके बाद कुमारी सैलजा ने कहा कि मंत्री किस देव स्थान की बात कर रहे है। उन्होंने कहा कि मैं पुरानी द्वारिका के मंदिर की बात कर रही हूं।
वह जब मंत्री थीं तो मुख्य द्वारिका मंदिर गई थी, वहां के पुजारी बहुत अच्छे है और पूजा कराने के दौरान गौत्र पूछते हैं। उन्होंने कहा कि उनके बयान को लेकर मंत्री की आपत्ति क्या है। इसी दौरान ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सदस्या समस्या खड़ी कर रहीं है।
इसके फौरन बाद कांग्रेस के सदस्य आसन के समक्ष आ गए और ”दलित महिला का अपमान बंद करोÓÓ के नारे लगाने लगे । इसी समय भाजपा के सदस्य भी अपनी सीट के निकट खड़े हो गये और जोर-जोर से बोलने लगे ।
उप सभापति पी.जे. कुरियन ने दोनों पक्षों से शांत होने का अनुरोध किया लेकिन इसके बावजूद सदस्य शोरगुल करते रहे है तो 11.27 बजे सदन की बैठक 10 मिनट के लिये स्थगित कर दी गयी । दूसरी बार जब सदन की बैठक शुरू हुई तो कांग्रेस के सदस्य सदन के बीच में आ गये और ‘वी वांट जस्टिसÓ के नारे लगाने लगे ।
इसी दौरान तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि मंत्री भड़काने वाला बयान दे रहे है इसे वापस लें या वे फिर उसका विरोध करेंगे । उन्होंने कहा कि यह बयान सदन की भावना के अनुरूप नहीं है। कुरियन ने कहा कि विपक्ष के सदस्य अपनी सीट पर जाएं। इस मामले को वह हल कर लेंगे लेकिन कांग्रेस के सदस्य नारे लगाते रहे ।