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शहर को जो पानी सप्लाई करते हैं वो खुद नहीं पीते, जानिए कैसे नगर निगम अपना रहा है दोहरा रवैया

locationग्वालियरPublished: Aug 28, 2018 06:48:33 pm

Submitted by:

Rahul rai

शहर की 13 लाख आबादी को पानी पिलाने वाले नगर निगम के अफसर खुद यह पानी न पीते हुए निजी कंपनी से खरीद कर मिनरल वाटर पी रहे हैं

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शहर को जो पानी सप्लाई करते हैं वो खुद नहीं पीते, जानिए कैसे नगर निगम अपना रहा है दोहरा रवैया

ग्वालियर। न्यू मेहरा कॉलोनी में गंदे पानी के कारण बीमारी फैलने से शहर के अन्य इलाकों में भी लोग तनाव में हैं। उन्हें डर है कि कहीं उनके यहां भी ऐसे हालात न बन जाएं। उधर शहर की 13 लाख आबादी को पानी पिलाने वाले नगर निगम के अफसर खुद यह पानी न पीते हुए निजी कंपनी से खरीद कर मिनरल वाटर पी रहे हैं।
निगम मुख्यालय में प्रतिदिन कंपनी का वाहन कई कैंपर पानी लेकर पहुंचता है। गंदे पानी की सप्लाई के कारण पानी की बिक्री और बढ़ गई है। जब निगम अफसर खुद ही खरीद कर पानी पी रहे हैं तो ऐसे हालात में वे शहर को कैसे साफ पानी मुहैया कराएंगे, यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
निगम ने तीनों विधान सभा क्षेत्रों के लिए करीब ढाई करोड़ से अधिक के टेंडर कर सीवर लाइनों की सफाई का काम ठेके पर दिया हुआ है, इसके बावजूद शहर में सीवर की लाइनें भरी हुई हैं और लोगों के घरों तक सीवर का पानी पहुंच रहा है।
185 स्थानों पर भरी है सीवर
-शहर में करीब 185 से अधिक स्थानों पर सीवर का पानी लाइन चौक हो जाने के कारण सडक़ों और गलियों में फैल रहा है, जिससे करीब 20 हजार से अधिक लोग प्रभावित हो रहे हैं। वहीं करीब 50 से अधिक स्थानों पर गंदे पानी की सप्लाई अब भी बनी हुई है, जिसकी शिकायतों पर अफसर तत्परता से कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं।
दक्षिण विधान सभा
– यहां 85 लाख रुपए की लागत से सीवर लाइनों की सफाई का काम किया जाना था, इससे वार्ड 34 से 43 तक और 47 से 55 तक के लोगों को राहत मिलती।

पूर्व विधान सभा
– यहां 88 लाख रुपए की लागत से सीवर लाइनों की सफाई का काम होना था, इससे वार्ड 18 से 30 तक, 45 से 46 तक और 57 से 59 तक के लोगों को राहत मिलती।
ग्वालियर विधान सभा
-यहां 89 लाख रुपए की लागत से सीवर लाइनों की सफाई होनी थी, जिससे वार्ड 1 से 17 तक वार्ड 31, 32 के लोगों को राहत मिलती।

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