कृषि उपज मंडी सचिव गजेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि लक्ष्मीगंज और दीनारपुर कृषि उपज मंडी में रोजाना 5 से 6 हजार क्विंटल गेहूं आ रहा है, जिसे व्यापारी खरीद रहे हैं। जबकि पूर्व में करीब 20 हजार क्विंटल गेहूं की आवक हो रही थी। दीनारपुर कृषि उपज मंडी समिति के उपाध्यक्ष बबलू उपाध्याय ने बताया कि निर्यात पर रोक लगने के कारण 10 दिनों के भीतर ही गेहूं के दाम 200 रुपए प्रति क्विंटल तक टूट चुके हैं। आगे 100 रुपए प्रति क्विंटल तक दाम और भी गिर सकते हैं।
ग्वालियर जिले में इस साल समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए 24 हजार 584 किसानों ने पंजीयन कराया था और इसके लिए 75 से अधिक खरीदी केंद्र बनाए गए थे, लेकिन किसानों को समर्थन मूल्य 2015 रुपए प्रति क्विंटल से बढकऱ दाम नीलामी में ही मिल गए। ऐसे में किसानों ने गेहूं को व्यापारियों को नीलामी में ही बेच दिया और समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शून्य रही।