scriptमंडी में गेहूं के दाम 200 रुपए क्विंटल गिरे, फिर भी समर्थन मूल्य पर नहीं बेच रहे किसान | Wheat prices fell by Rs 200 a quintal in Mandi, yet farmers are not se | Patrika News

मंडी में गेहूं के दाम 200 रुपए क्विंटल गिरे, फिर भी समर्थन मूल्य पर नहीं बेच रहे किसान

locationग्वालियरPublished: May 24, 2022 06:43:08 pm

Submitted by:

Narendra Kuiya

– गेहूं निर्यात पर रोक का असर : मंडी की नीलामी में 2250-2275 रुपए प्रति क्विंटल बिका गेहूं अब बिक रहा 2020-2025 रुपए प्रति क्विंटल, कारोबारियों का मानना 100 रुपए क्विंटल दाम और भी हो सकते हैं कम

मंडी में गेहूं के दाम 200 रुपए क्विंटल गिरे, फिर भी समर्थन मूल्य पर नहीं बेच रहे किसान

मंडी में गेहूं के दाम 200 रुपए क्विंटल गिरे, फिर भी समर्थन मूल्य पर नहीं बेच रहे किसान

ग्वालियर. केंद्र सरकार ने व्यापारियों की ओर से विदेशों में एक्सपोर्ट यानी निर्यात होने वाले गेहूं पर रोक लगा रखी थी, जिसे अब हटा दिया है। जिन व्यापारियों का पहले से सौदा तय था अब उनका गेहूं निर्यात किया जाएगा। अन्य व्यापारियों को विदेश में निर्यात करने के लिए केंद्र सरकार से अनुमति लेनी पड़ेगी। ऐसे में कृषि उपज मंडी में होने वाली नीलामी के गेहूं के भाव में बड़ी गिरावट आई है। इसके बाद भी किसान समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। प्रदेश सरकार ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए अंतिम तारीख 31 मई तक बढ़ाई है, हालांकि किसानों की ओर से खरीदी में रुचि नहीं दिखाने के कारण सभी 75 खरीदी केंद्रों को पहले ही बंद किया जा चुका है। सोमवार को दीनारपुर और लक्ष्मीगंज कृषि उपज मंडी में व्यापारियों को नीलामी में ही किसान अपना गेहूं बेचने पहुंचे। यहां गेहूं 2020-2025 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से बिका, वहीं 13 मई से पूर्व यही गेहूं 2250-2275 रुपए प्रति क्विंटल तक बिक गया था। निर्यात का असर दिखाई देने पर मंडी भाव में गिरावट आई है।
रोजाना आ रहा 5 से 6 हजार क्विंटल गेहंू
कृषि उपज मंडी सचिव गजेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि लक्ष्मीगंज और दीनारपुर कृषि उपज मंडी में रोजाना 5 से 6 हजार क्विंटल गेहूं आ रहा है, जिसे व्यापारी खरीद रहे हैं। जबकि पूर्व में करीब 20 हजार क्विंटल गेहूं की आवक हो रही थी। दीनारपुर कृषि उपज मंडी समिति के उपाध्यक्ष बबलू उपाध्याय ने बताया कि निर्यात पर रोक लगने के कारण 10 दिनों के भीतर ही गेहूं के दाम 200 रुपए प्रति क्विंटल तक टूट चुके हैं। आगे 100 रुपए प्रति क्विंटल तक दाम और भी गिर सकते हैं।
एमएसपी खरीद शून्य
ग्वालियर जिले में इस साल समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए 24 हजार 584 किसानों ने पंजीयन कराया था और इसके लिए 75 से अधिक खरीदी केंद्र बनाए गए थे, लेकिन किसानों को समर्थन मूल्य 2015 रुपए प्रति क्विंटल से बढकऱ दाम नीलामी में ही मिल गए। ऐसे में किसानों ने गेहूं को व्यापारियों को नीलामी में ही बेच दिया और समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शून्य रही।
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